Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

गैजेट्स

सिंगल पुरुषों को सेक्स पार्टनर की अब नहीं होगी जरूरत

Published

on

पुरूषों के लिए ओरल सेक्स सिमुलेटर, स्क्वील एक्सटी, ऑनलाइन सेक्स टॉय रिटेलर लवहनी

Loading

पुरूषों के लिए ओरल सेक्स सिमुलेटर, स्क्वील एक्सटी, ऑनलाइन सेक्स टॉय रिटेलर लवहनी

नई दिल्ली। एक ऐसी ओरल सेक्स ड़िवाइस का ईजाद हुआ है जिसकी मदद से सिंगल पुरुषों को सेक्स पार्टनर की जरूरत महसूस नहीं होगी। स्क्वील एक्सटी नाम की ओरल सेक्स सिमुलेटर बनाने वाले ग्रुप का दावा है कि यह अब तक का सबसे ज्यादा वास्तविक सुख देने वाला ओरल सेक्स ड़िवाइस है। इसको रीचार्ज किया जा सकता है, इसे 2011 में महिलाओं के लिए लॉन्च किए गए स्क्वील की तर्ज पर तैयार किया गया है। इस डिवाइस में 10 टर्बो टंग्स हैं जो तीन स्पीड पर गोल घूमती हैं।

पहले ओरल सेक्स सिमुलेटर हुआ ईजाद

ब्रिटेन के सबसे बड़े ऑनलाइन सेक्स टॉय रिटेलर लवहनी ने इस गैजट को तैयार किया है। लवहनी का कहना है यह डिवाइस वॉटरप्रूफ है और पॉकेट में आसानी से रखी जा सकती है। इस डिवाइस के जरिए पुरुष चरम सुख का आनंद ले सकते हैं। लवहनी में साझेदार नील स्टेलफर्ड ने कहा, ‘बेहतरीन ओरल सेक्स का अनुभव लेने के लिए पुरुषों को अपने बर्थडे जैसे मौकों का इंतजार करने की जरूरत नहीं।’ पुरुषों के सेक्स टॉय के बाजार में 20 पर्सेंट की तेजी को देखते हुए उनका कहना है कि साल 2016 मेल सेक्स टॉय्ज के नाम है। नील ने आगे कहा, ‘49.99 पाउंड की कामत वाला स्क्वील एक्सटी ओरल सेक्स के मामले में पुरुषों के लिए बेहद खास है।’ प्रॉडक्ट के एक टेस्टर ने कहा कि इसमें उसमें कोई कमी नहीं दिखाई दी, वहीं एक शादीशुदा कपल टेस्टर ने प्रॉडक्ट की तारीफ में कहा, ‘मैं और मेरे पति को यह डिवाइस बहुत पसंद आई, इसकी शेप परफेक्ट है।’

Continue Reading

गैजेट्स

केंद्र सरकार का बड़ा एक्शन, 70 लाख मोबाइल नंबर हुए सस्पेंड; जानें क्या है कारण 

Published

on

70 lakh mobile numbers suspended in INDIA

Loading

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए 70 लाख मोबाइल नंबर को सस्पेंड कर दिया है। यानी इन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अब आपके जेहन में ही यही सवाल आ रहा होगा कि आखिर सरकार की ओर से यह कदम क्यों उठाया गया है। दरअसल, यह कदम बढ़ते डिजिटल फ्रॉड को देखते हुए उठाया गया है।

इस वजह से हुए मोबाइल नंबर सस्पेंड

सस्पेंड किए गए ये वे मोबाइल नंबर थे जो किसी तरह के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े थे। दरअसल, इस मामले को लेकर वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने मंगलवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के समय में डिजिटल पेमेंट को लेकर हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसा किया गया है। बता दें, वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने यह जानकारी डिजिटल पेमेंट को लेकर धोखाधड़ी और इससे जुड़े मुद्दों पर बैठक के बाद दी है।

जनवरी में होगी अगली बैठक

जोशी ने कहा है कि डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। बैंकों को उनकी प्रक्रियाओं और प्रणालियों को पहले से मजबूत बनाने को कहा गया है। उन्होंने बैठक को लेकर जानकारी देते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर आगे भी बैठकें होती रहेंगी। इसी के साथ मामले पर अगली बैठक अगले साल जनवरी में रखी गई है।

वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS) धोखाधड़ी को लेकर कहा है कि राज्यों को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी के साथ राज्य सरकारों को डेटा सुरक्षा को भी मजबूत बनाने पर गौर देना चाहिए।

फ्रॉड के मामले कैसे होंगे कम

विवेक जोशी ने कहा है कि डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर जागरुकता बेहद जरूरी है। इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है कि समाज को इन मामलों से अवगत करवाया जाए और जागरुक किया जाए। मालूम हो कि हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी साइबर धोखाधड़ी को लेकर समाज को जागरुक करने की बात पर जोर दिया था।

Continue Reading

Trending