Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

चारधाम यात्रा में नहीं हो रहा यात्रा नियमों का पालन

Published

on

चारधाम यात्रा उत्‍तराखण्‍ड, यात्रा नियमों का पालन, बिना जूते और ड्रेसकोड, चारधाम यात्रा में सुरक्षा

Loading

चारधाम यात्रा उत्‍तराखण्‍ड, यात्रा नियमों का पालन, बिना जूते और ड्रेसकोड, चारधाम यात्रा में सुरक्षा

chardham yatra uttarakhand

परिवहन विभाग बना मूक दर्शक

ऋषिकेश। सुरक्षित चारधाम यात्रा संचालन के लिए संभागीय परिवहन विभाग के निमय और कानून सिर्फ फाइलों में ही कैद होकर रह गए हैं। यात्रा पर जाने वाले वाहनों के चालक-परिचालक निमयों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। यात्रा में जिन वाहनों को भेजा जा रहा है उनका न तो फिटनेस टेस्ट हो रहा है, न ही उनमें प्राथमिक उपचार सामग्री है। सोमवार को यात्रा पर निकली एक बस में तो अगले पहिये में एक नट ही नहीं लगा था। वाहन चालक बिना जूते और ड्रेसकोड के यात्रियों को यात्रा पर ले जा रहे हैं। कुल मिलाकर महकमे की लापरवाही के  कारण निजी ट्रांसपोर्ट कंपनियां यात्रियों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। चारधाम यात्रा में सुरक्षा के मद्देनजर संभागीय परिवहन विभाग ने यात्रा से पूर्व कई नियम बनाए थे। लेकिन, नियमों का किस तरह मखौल उड़ाया जा रहा है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यात्रा में जाने वाले वाहनों के नटबोल्ट तक चेक नहीं किए जा रहे हैं।

बस चालकों की मनमानी से यात्रियों की जान को खतरा

वाहन चालकों को सख्त निर्देश होने के बाद भी चालक बिना जूतों और ड्रेस कोड के ही चारधाम यात्रा पर यात्रियों को ले जा रहे हैं। वाहनों में फर्स्ट एड बॉक्स तो लगे हैं, लेकिन उनमें किसी भी प्रकार की दवा, बैंडेड, पट्टी तक नहीं है। चारधाम यात्रा हेतु वाहन चालकों हेतु जो नियम बनाये गये हैं वो निम्न प्रकार हैंः- गाड़ी पर रिफ्लेक्टर होना अनिवार्य; चालक-परिचालक का ड्रेस आवश्यक; गाड़ी में फर्स्ट एड बॉक्स होना अनिवार्य; चालक का जूता पहनना आवश्यक; गाड़ी के अगले टायर नए होने अनिवार्य; ओवर लोडिंग नहीं होनी चाहिए; यात्रियों से निर्धारित किराए से अधिक नहीं वसूला जाए; वाहन चलाते वक्त मोबाइल का प्रयोग वर्जित; वाहन में म्यूजिक सिस्टम और धूम्रपान पर प्रतिबंध।

उपजिलाधिकारी विनीत तोमर का कहना है कि वाहन चालक और परिचालक निमयों का पालन नहीं कर रहे हैं तो यह बेहद गंभीर बात है। इस संबंध में एआरटीओ और स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया जाएगा कि संभावित हादसों को रोकने के लिए जो नियम बनाए गए हैं, उनका सख्ती से पालन कराया जाएगा। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, डॉ. अनीता चमोला ने बताया कि विभाग प्रत्येक दिन संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बनाए गए नियमों की मॉनिटरिंग कर रहा है। चारधाम यात्रा में बसों की कमी के चलते बाहर से कुछ बसें मंगवाई गई हैं। हो सकता है जानकारी के आभाव में उक्त वाहन चालक नियमों की अनदेखी कर रहे हों। सभी वाहन कंपनियों को नियमों का पालन करने के निर्देश दिए जाएंगे। चेकिंग अभियान भी तेज किया जाएगा।

चारधाम यात्रा चरम पर है। अभी तक एक लाख 84 हजार 158 श्रद्धालु बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन कर चुके हैं। सोमवार को 140 वाहनों से 4100 यात्री चारधाम के लिए रवाना हुए। चारधाम यात्रियों का फोटोमीट्रिक पंजीकरण करने वाली त्रिलोक सिक्योरिटी सिस्टम कंपनी के प्रबंधक प्रेम अनंत ने बताया कि सोमवार को पंजीकरण कराने वालों की काफी भीड़ रही। शाम तक 10 हजार 232 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया। अब तक फोटोमीट्रिक पंजीकरण कराने वाले श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख 94 हजार 390 पहुंच चुकी है। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति अध्यक्ष कुंवर सिंह रावत ने बताया कि सोमवार को 140 वाहनों से 4100 यात्री चारधाम यात्रा को रवाना हुए। जिनमें से केदारनाथ, बदरीनाथ धाम 19, बदरीनाथ धाम नौ और चारोंधामों के लिए 129 बसें रवाना हुईं।

उत्तराखंड

10 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, पहले ही दिन हुए 2 लाख से ज्यादा पंजीकरण

Published

on

Loading

नई दिल्ली। इस बार 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए सोमवार से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले ही दिन चार धाम के लिए दो लाख से अधिक पंजीकरण हो गए हैं। सबसे अधिक 69 हजार पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं।

रजिस्ट्रेशन की सुविधा मोबाइल ऐप, वॉट्सऐप और टोल फ्री नंबर पर भी है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा। इस बार चारधाम यात्रा शुरू होने से 25 दिन पहले यात्रियों को रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जा रही है, जिससे प्रदेश के बाहर से आने वाले यात्री अपना प्लान बनाकर आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकें।

रजिस्ट्रेशन के लिए नाम, मोबाइल नंबर के साथ यात्रा करने वाले सदस्यों का ब्योरा, निवास स्थान के पते के लिए आईडी देनी होगी। पर्यटन विभाग की वेबसाइट रजिस्ट्रेशन एंड टूरिस्ट केअर डॉट यूके डॉट जीओवी डॉट इन पर लॉगिन कर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके अलावा वॉट्सऐप नंबर-8394833833 पर यात्रा लिखकर मैसेज करके भी पंजीकरण कर सकते हैं। पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर-0135-1364 पर कॉल करके पंजीकरण की सुविधा दी है। स्मार्ट फोन पर टूरिस्टकेअरउत्तराखंड मोबाइल ऐप से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

Continue Reading

Trending