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नेशनल

अभिनय मेरा जीवन नहीं : अंजलि पाटील

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मुंबई, 24 सितम्बर (आईएएनएस)| नई फिल्म ्न’न्यूटन’ के आस्कर में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि को लेकर उत्साहित राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री अंजलि पाटील का कहना है कि उनका जीवन सिनेमा से बाहर का है और वह फिल्मों को काफी सोच-समझ कर चुनती हैं, क्योंकि अभिनय उनका जीवन नहीं है।

अंजलि ने आईएएनएस से कहा, मुझे खुशी है कि हमारी कड़ी मेहनत को लोगों ने पहचाना। ‘न्यूटन’ की पूरी टीम इस महान सम्मान की हकदार है। इस तरह के किसी विशाल मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करना सोने पर सुहागा जैसा है।

लेकिन चकाचौंध और रेड कार्पेट व पुरस्कार समारोहों के ग्लैमर से दूर अंजलि कहती हैं कि वह जिस तरह की जिंदगी जी रही हैं, वह अपने आप में अलग है।

उन्होंने कहा, यह समझने में मुझे थोड़ा समय लगा कि अभिनय मेरी जिंदगी नहीं है। यह मेरे जीवन का सिर्फ एक हिस्सा है। मेरे जीवन में यात्रा, पढ़ना, खाना पकाना, नए दोस्त बनाना और नए कौशल सीखना, चाहे वह कोई भाषा हो या मार्शल आर्ट और हर संभव तरीके से खुद को अभिव्यक्त करना शामिल हैं।

उन्होंने कहा, अभिनय एक काम है और मुझे अच्छा मेहनताना मिलता है। यह मेरे बिल, किराये के भुगतान में मदद करता है। मैं फिल्में इसलिए करती हूं, क्योंकि मुझे फिल्म माध्यम पसंद है।

अंजलि ने वर्ष 2012 ‘दिल्ली इन अ डे’ के साथ अभिनय की शुरुआत की थी। उसी वर्ष वह समीक्षकों द्वारा प्रशंसित श्रीलंका की फिल्म ‘विद यू विदाउट यू’ में नजर आई थीं।

बॉलीवुड में उन्हें बड़ा मौका प्रकाश झा की फिल्म चक्रव्यूह में मिला था।

वर्ष 2013 में वह पुरस्कार विजेता तेलुगू फिल्म ‘ना बंगारू थल्ली’ में दिखाई दी थीं।

क्या वह इस तरह की अलग की भूमिकाएं तलाशती रहती हैं?

उन्होंने कहा, मैं किसी फिल्म या किरदार की तलाश नहीं करती हूं। अधिकांश फिल्में मुझे आश्चर्यजनक तरीके से मिलती हैं। ‘दिल्ली इन अ डे’ के लिए प्रशांत (नायर) ने ऑडिशन रखा और मैं राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में निर्देशन की छात्रा थी और कभी नहीं सोचा था कि ऑडिशन का हिस्सा बनूंगी। लेकिन उन्होंने मुझे आमंत्रित किया और मैं गई और मुझे यह भूमिका मिल गई।

अंजलि ने बताया कि वह ज्यादा लंबे समय तक एक ही तरह का काम नहीं कर सकतीं।

‘न्यूटन’ में काम के अनुभव को उन्होंने अद्भुत बताया।

उन्होंने कहा, हम जंगलों में गए और असली आदिवासी लोगों के साथ काम किया। यह अद्भुत अनुभव था। एक महीने के लिए हम बाकी की दुनिया से कट गए थे।

वह राजकुमार राव और पंकज त्रिपाठी जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों के साथ काम कर खुश थीं।

वह रजनीकांत की आगामी फिल्म ‘काला’ और राकेश ओमप्रकाश मेहरा की ‘मेरे प्यारे प्राइम मिनिस्टर’ में दिखाई देंगी।

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अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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