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नेशनल

उप्र के बाढ़ग्रस्त जनपदों के लिए सपा ने कमेटियां बनाईं

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लखनऊ, 17 अगस्त (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश में आधा दर्जन से ज्यादा जनपदों में बाढ़ के गंभीर हालात को देखते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद और बचाव कार्य के लिए कमेटियों का गठन किया है। पार्टी ने इन कमेटियों में सदस्यों के साथ-साथ संयोजकों की नियुक्ति की है।

सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में आधा दर्जन से ज्यादा जनपदों में बाढ़ से तबाही मची हुई है। ऐसे में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस स्थिति से चिंतित हैं। उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद के लिए और हालात की जानकारी लेने व बचाव कार्य के लिए संगठन की कमेटियों का गठन कर दिया है।

चौधरी ने बताया कि पार्टी ने जनपद बहराइच व श्रावस्ती, गोंडा, महाराजगंज, बाराबंकी, सिद्धार्थनगर तथा बलरामपुर के लिए बाढ़ सहायता कमेटियों का गठन किया है। इन इलाकों में बाढ़ का ज्यादा प्रकोप है।

उन्होंने कहा कि जनपद बहराइच व श्रावस्ती के लिए गठित कमेटी के संयोजक पूर्व राज्यमंत्री यासर शाह, गोंडा के लिए पूर्वमंत्री विनोद सिंह उर्फ पंडित सिंह, महाराजगंज के लिए जिलाध्यक्ष राजेश यादव, बाराबंकी के लिए पूर्वमंत्री अरविंद सिंह गोप, सिद्धार्थनगर के लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय तथा बलरामपुर के लिए कमेटी के संयोजक पूर्व मंत्री डॉ. एस.पी.यादव बनाए गए हैं।

प्रवक्ता ने बताया कि जनपद बहराइच व श्रावस्ती के लिए गठित कमेटी के सदस्यों में सुरेश यादव, विधायक बाराबंकी, मुकेश श्रीवास्तव एवं इंद्राणी वर्मा (पूर्व विधायक), लक्ष्मीनारायण यादव (जिलाध्यक्ष बहराइच) एवं जितेंद्र यादव (जिलाध्यक्ष श्रावस्ती) शामिल हैं। जनपद गोंडा के लिए गठित कमेटी के सदस्यों में बैजनाथ दुबे (पूर्व विधायक), रण विजय सिंह (एमएलसी) एवं योगेश प्रताप सिंह (पूर्वमंत्री) शामिल हैं।

इसी तरह जनपद महाराजगंज के लिए गठित कमेटी के सदस्यों में कौशल किशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह (पूर्व विधायक), सुदामा प्रसाद (पूर्व विधायक) एवं राम अवध (एमएलसी) शामिल हैं। जनपद बाराबंकी के लिए गठित कमेटी में राजीव कुमार सिंह (पूर्वमंत्री), राम गोपाल रावत (पूर्व विधायक), राजेश यादव (एमएलसी) एवं डॉ. कुलदीप सिंह (जिलाध्यक्ष बाराबंकी) शामिल हैं।

जनपद सिद्धार्थनगर के लिए गठित कमेटी के सदस्यों में संतोष यादव सनी (एमएलसी), उग्रसेन सिंह (पूर्व प्रत्याशी) तथा अजय चौधरी, (जिलाध्यक्ष) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जनपद बलरामपुर के लिए गठित कमेटी के सदस्यों में आरिफ अनवर हाशमी (पूर्व विधायक), मसहूद खां (पूर्व विधायक) एवं ओंकार पटेल (जिलाध्यक्ष) शामिल हैं।

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उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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