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बिजनेस

हड़ताल टालने आईबीए ने बैंक यूनियनों की बैठक बुलाई

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चेन्नई, 12 अगस्त (आईएएनएस)| बैंककर्मियों की 22 अगस्त को प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी हड़ताल टालने के लिए इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) और मुख्य श्रम आयुक्त ने यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) को बातचीत के लिए बुलाया है। ऑल इंडिया बैंक इंप्लाईज एसोसिएशन (एआईबीईए) के एक शीर्ष नेता ने यह जानकारी दी। एआईबीईए के महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने आईएएनएस को बताया, आईबीए ने यूएफबीयू को 16 अगस्त को मुंबई में बैठक के लिए बुलाया है और मुख्य श्रम आयुक्त ने हमें 18 अगस्त को नई दिल्ली में बैठक के लिए बुलाया है।

यूएफबीयू भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के नौ यूनियनों का एक संयुक्त निकाय है।

यूएफबीयू ने बैकिंग क्षेत्र में सुधारों और अन्य मुद्दों को लेकर 22 अगस्त को हड़ताल का आह्वान किया था।

वेंकटचलम ने कहा, हम मुद्दों को सुलझाने के लिए ैतैयार हैं और अब आईबीए और केंद्र सरकार पर निर्भर है कि वे मुद्दों को सुलझाएं।

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बिजनेस

मुंबई बना एशिया के अरबपतियों की राजधानी, बीजिंग को पीछे छोड़ा

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मुंबई। मुंबई में अरबपतियों की संख्या बीजिंग से अधिक हो गई है। हुरुन रिसर्च की 2024 ग्लोबल रिच लिस्ट के अनुसार, मुंबई में 92 अरबपति हैं, जबकि बीजिंग में 91 अरबपति हैं। हालांकि चीन में भारत के 271 की तुलना में कुल मिलाकर 814 अरबपति हैं। ग्लोबल लेवल पर, मुंबई अब न्यूयॉर्क के बाद अरबपतियों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, न्यूयार्क में अरबपतियों की संख्या 119 है। लिस्ट के मुताबिक, सात साल बाद लंदन 97 के साथ दूसरे स्थान पर है।

रिपोर्ट में कहा गया है, “मुंबई दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते अरबपतियों की राजधानी है, इस साल इसमें 26 अरबपति शामिल हुए और यह दुनिया में तीसरा व एशिया में अरबपतियों की राजधानी बन गया है। नई दिल्ली पहली बार शीर्ष 10 में शामिल हुई।” भारत की आर्थिक शक्ति उसकी अरबपति आबादी में उल्लेखनीय वृद्धि से और भी अधिक रेखांकित हुई। देश में आश्चर्यजनक रूप से 94 नए अरबपति जुड़े, जो संयुक्त राज्य अमेरिका को छोड़कर किसी भी देश में सबसे अधिक है। कुल मिलाकर यहां 271 अरबपति हो गए। यह उछाल 2013 के बाद से सबसे ज्‍यादा है और भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ते आत्मविश्‍वास का प्रमाण है।

2024 हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अरबपतियों की संचयी संपत्ति चीन की प्रति अरबपति औसत संपत्ति (3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर बनाम 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर) को पार करते हुए 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।

रिपोर्ट में बताया गया है कि उद्योग के लिहाज से फार्मास्युटिकल क्षेत्र 39 अरबपतियों के साथ सबसे आगे है, इसके बाद ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग (27) और रसायन क्षेत्र (24) का स्थान है। सामूहिक रूप से भारतीय अरबपतियों की संपत्ति 1 खरब डॉलर के बराबर है, जो वैश्विक अरबपतियों की संपत्ति का 7 फीसदी है, जो देश के पर्याप्त आर्थिक प्रभाव को दर्शाता है।

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