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अन्तर्राष्ट्रीय

मोदी-ट्रंप की जुगलबंदी पर चीन भडक़ा, ‘विनाशकारी परिणाम’ की धमकी

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बीजिंग। पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति की सोमवार को वॉशिंगटन में गर्मजोशी के साथ हुई मुलाकात से ड्रैगन यानी चीन भडक़ गया है। चीन की सरकारी मीडिया ने कहा है कि अमेरिका से मिलकर चीन के मुकाबले खड़े होने की भारत की कोशिश उसके हित में नहीं है। चीन ने साथ ही इसके ‘विनाशकारी परिणाम’ की धमकी भी दी है।

‘ग्लोबल टाइम्स’ में छपे एक लेख में कहा गया कि वाशिंगटन और दिल्ली चीन के उदय को लेकर चिंताएं साझा करते हैं। चीन पर दबाव बढ़ाने के लिए अमेरिका ने भारत से दोस्ती बढ़ाई है। चीन को घेरने की अमेरिकी रणनीति में दूर की चौकी जैसे देश की भूमिका निभाना भारत के हित के अनुसार नहीं है।

लेख में जिक्र किया गया है कि भारत अपनी गुटनिरपेक्ष नीति को त्याग करते हुए चीन से मुकाबला करने के लिए अमेरिका के तरफ झुक रहा है। अखबार का कहना है कि भारत के इस नीति से दक्षिण एशिया में नई दुविधा की स्थिति पैदा हो जाएगी।

गौरतलब है कि मोदी और ट्रंप की व्हाइट हाउस में मुलाकात में सीमा से जुड़े विवाद और समुद्री विवाद को शांतिपूर्वक आपसी बातचीत और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत हल करने की अपील की गई थी। बता दें कि दक्षिण चीन सागर में चीन लगातार अपना दावा करता रहा है वहीं भारत के साथ उसका सीमा विवाद है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में अपने नागरिकों की मौत से भड़का चीन, घटना की गहन जांच की मांग की

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अपने चार नागरिकों की हत्या के बाद चीन भड़का हुआ है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी हमले के तुरंत बाद चीन के दूतावास पहुंचे और राजदूत जियांग जैदोंग से मुलाकात की। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी हमले की कड़ी निंदा की, उन्होंने हमले को पाक चीन की दोस्ती को नुकसान पहुंचाने की साजिश बताया।

चीनी नागरिकों पर हुए हमले पर सिंघुआ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय रणनीति संस्थान के अनुसंधान विभाग के निदेशक कियान फेंग ने कहा है कि यह हमला पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी की तरह है। ये बताता है कि पाकिस्तान को अभी सुरक्षा क्षेत्र में बहुत काम करने की जरूरत है। ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित लेख में उन्होंने इस हमले को उस हमले की कॉपी बताया जो 2021 में किया गया था, जिसमें 9 चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। इस लेख में ये भी कहा गया है कि इस तरह के हमले बताते हैं कि आतंकी ताकतें चीन और पाकिस्तन के आर्थिक गलियारे की सफलता नहीं देखना चाहती हैं और लगातार इसे विफल करने की साजिश रच रही हैं।

उधर अपने नागरिकों की मौत के बाद चीन ने घटना की गहन जांच की मांग भी कर डाली है। पाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तान में चीनी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने आपात कार्य शुरू कर दिया है और पाकिस्तानी पक्ष से हमले की गहन जांच करने, दोषियों को कठोर सजा देने तथा चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए व्यावहारिक और प्रभावी उपाय करने की मांग की है।”

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