Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

मोसुल के दो-तिहाई हिस्से पर इराकी सेना फिर से काबिज

Published

on

Loading

मोसुल (इराक), 25 जून (आईएएनएस)| इराकी सेना ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के सबसे बड़े गढ़ और अपने प्राचीनतम शहरों में से एक मोसुल के दो-तिहाई हिस्से पर फिर से कब्जा कर लिया है। संघीय पुलिस के कमांडर ने रविवार को यह घोषणा की। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, राएद शाकेर जावदत ने एक बयान जारी कर कहा कि आईएस अपने 80 फीसदी लड़ाके खो चुका है और विजय की घोषणा अब थोड़े समय की बात रह गई है।

इराक की संघीय पुलिस अब मोसुल में आईएस के कब्जे वाले आखिरी जिले अल-सर्ज के बेहद करीब पहुंच चुकी है।

जावदत के अनुसार, आईएस आतंकवादियों ने आम नागरिकों के पीछे छिपने की नई रणनीति अपनाई है और आम नागरिकों को खतरे से बाहर निकालते हुए अतंकवादियों को अलग-थलग करने में इराकी बल की रणनीति कारगर साबित हो रही है।

इराक की सरकारी सेना ने मोसुल के पूर्वी हिस्से को अक्टूबर, 2016 से जनवरी, 2017 के बीच चले संघर्ष में आजाद करा लिया। इसके बाद फरवरी, 2017 के मध्य में मोसुल के शेष पश्चिमी हिस्से को आजाद कराने का अभियान शुरू किया गया। टिगरिस नदी मोसुल को पूर्वी और पश्चिमी दो हिस्सों में विभाजित करती है।

आईएस ने जून, 2014 में मोसुल पर कब्जा कर लिया था और इलाके को अपना नया खलीफा घोषित कर दिया था।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में अपने नागरिकों की मौत से भड़का चीन, घटना की गहन जांच की मांग की

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अपने चार नागरिकों की हत्या के बाद चीन भड़का हुआ है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी हमले के तुरंत बाद चीन के दूतावास पहुंचे और राजदूत जियांग जैदोंग से मुलाकात की। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी हमले की कड़ी निंदा की, उन्होंने हमले को पाक चीन की दोस्ती को नुकसान पहुंचाने की साजिश बताया।

चीनी नागरिकों पर हुए हमले पर सिंघुआ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय रणनीति संस्थान के अनुसंधान विभाग के निदेशक कियान फेंग ने कहा है कि यह हमला पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी की तरह है। ये बताता है कि पाकिस्तान को अभी सुरक्षा क्षेत्र में बहुत काम करने की जरूरत है। ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित लेख में उन्होंने इस हमले को उस हमले की कॉपी बताया जो 2021 में किया गया था, जिसमें 9 चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। इस लेख में ये भी कहा गया है कि इस तरह के हमले बताते हैं कि आतंकी ताकतें चीन और पाकिस्तन के आर्थिक गलियारे की सफलता नहीं देखना चाहती हैं और लगातार इसे विफल करने की साजिश रच रही हैं।

उधर अपने नागरिकों की मौत के बाद चीन ने घटना की गहन जांच की मांग भी कर डाली है। पाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तान में चीनी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने आपात कार्य शुरू कर दिया है और पाकिस्तानी पक्ष से हमले की गहन जांच करने, दोषियों को कठोर सजा देने तथा चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए व्यावहारिक और प्रभावी उपाय करने की मांग की है।”

Continue Reading

Trending