Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

काजू व्यापार को बढ़ावा देने केरल में मिलेंगे अफ्रीकी राजनयिक

Published

on

Loading

तिरुवनंतपुरम, 25 जून (आईएएनएस)| केरल में काजू उत्पादन को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा के लिए बुधवार व गुरुवार को 15 अफ्रीकी देशों के राजनयिकों की एक बैठक होगी। राज्य के काजू मंत्री जे. मर्सीकुट्टी अम्मा ने कहा कि दो दिवसीय बैठक का मुख्य एजेंडा यह है कि काजू के बेहतरीन बीज कैसे केरल लाए जाएं।

अम्मा ने कहा, समस्या यह है कि इसमें बिचौलिए हैं और इस बैठक में उनसे बचने के बारे में विचार होगा, ताकि अफ्रीका से बीज नियमित आधार पर लाया जाएं, जिससे हमारे काजू के कारखानों में हमारे मजदूरों को 300 दिनों का रोजगार मिल सके।

उन्होंने कहा कि बैठक में काजू के पौधरोपण में इस्तेमाल होने वाली विभिन्न तकनीक की जानकारी मिलेगी, जो अफ्रीकी देशों में इस्तेमाल हो रही है।

अम्मा ने कहा, हमारा मकसद है कि देश की कुल काजू निर्यात से आय 6000 करोड़ रुपये से 9,000 करोड़ रुपये हो जाए। इसे वास्तविकता में बदलने के लिए समय की मांग है कि नियमित तौर पर बेहतरीन काजू के बीजों की आपूर्ति हो। इसके लिए हम अफ्रीकी राजनयिकों के साथ बैठक कर रहे हैं।

Continue Reading

बिजनेस

मुंबई बना एशिया के अरबपतियों की राजधानी, बीजिंग को पीछे छोड़ा

Published

on

Loading

मुंबई। मुंबई में अरबपतियों की संख्या बीजिंग से अधिक हो गई है। हुरुन रिसर्च की 2024 ग्लोबल रिच लिस्ट के अनुसार, मुंबई में 92 अरबपति हैं, जबकि बीजिंग में 91 अरबपति हैं। हालांकि चीन में भारत के 271 की तुलना में कुल मिलाकर 814 अरबपति हैं। ग्लोबल लेवल पर, मुंबई अब न्यूयॉर्क के बाद अरबपतियों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, न्यूयार्क में अरबपतियों की संख्या 119 है। लिस्ट के मुताबिक, सात साल बाद लंदन 97 के साथ दूसरे स्थान पर है।

रिपोर्ट में कहा गया है, “मुंबई दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते अरबपतियों की राजधानी है, इस साल इसमें 26 अरबपति शामिल हुए और यह दुनिया में तीसरा व एशिया में अरबपतियों की राजधानी बन गया है। नई दिल्ली पहली बार शीर्ष 10 में शामिल हुई।” भारत की आर्थिक शक्ति उसकी अरबपति आबादी में उल्लेखनीय वृद्धि से और भी अधिक रेखांकित हुई। देश में आश्चर्यजनक रूप से 94 नए अरबपति जुड़े, जो संयुक्त राज्य अमेरिका को छोड़कर किसी भी देश में सबसे अधिक है। कुल मिलाकर यहां 271 अरबपति हो गए। यह उछाल 2013 के बाद से सबसे ज्‍यादा है और भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ते आत्मविश्‍वास का प्रमाण है।

2024 हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अरबपतियों की संचयी संपत्ति चीन की प्रति अरबपति औसत संपत्ति (3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर बनाम 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर) को पार करते हुए 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।

रिपोर्ट में बताया गया है कि उद्योग के लिहाज से फार्मास्युटिकल क्षेत्र 39 अरबपतियों के साथ सबसे आगे है, इसके बाद ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग (27) और रसायन क्षेत्र (24) का स्थान है। सामूहिक रूप से भारतीय अरबपतियों की संपत्ति 1 खरब डॉलर के बराबर है, जो वैश्विक अरबपतियों की संपत्ति का 7 फीसदी है, जो देश के पर्याप्त आर्थिक प्रभाव को दर्शाता है।

Continue Reading

Trending