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नेशनल

उप्र के जेवर में हत्या, सामूहिक दुष्कर्म मामले में 4 पड़ोसी गिरफ्तार

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नोएडा, 26 मई (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के जेवर में एक व्यक्ति की हत्या और उसी परिवार की चार महिलाओं के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले मेंअगले दिन शुक्रवार को पीड़ित परिवार के चार पड़ोसियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

एसटीएफ के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, यमुना एक्सप्रेसवे पर जेवर से दो किलोमीटर दूर गुरुवार को एक कबाड़ कारोबारी की हत्या कर दी गई और उसकी मां, पत्नी, बहन और बहू के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने इस सिलसिले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हाजी, मुन्ना व वहीम के रूप में हुई है। चौथे शख्स की पहचान अभी नहीं हो पाई है।

गिरफ्तार आरोपी कथित तौर पर पीड़ितों के पड़ोसी हैं। एसटीएफ अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, यह गिरफ्तारी पीड़ित महिलाओं द्वारा दिए गए बयान के आधार पर की गई है। पीड़ित महिलाओं की चिकित्सा जांच कराई गई है।

गौैतम बुद्ध नगर ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लव कुमार ने कहा, महिला के बयान पर जिन चार लोगों की गिरफ्तारी की गई है, हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं। हम व्यक्तिगत दुश्मनी के पहलू से भी मामले की जांच कर रहे हैं, क्योंकि परिवार के सदस्यों ने बयान बदल दिया है। पहली नजर में मामला लूट का प्रतीत होता है।

कुमार ने कहा, पीड़ितों का बयान आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 164 के तहत शनिवार को दंडाधिकारी के समक्ष दर्ज किया जाएगा। हमने संदिग्धों के स्केज बनाने के लिए विशेषज्ञों के एक दल को बुलाया है।

वहीं, जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि प्रथम दृष्टया लगता है कि उनके साथ यौन उत्पीड़न नहीं हुआ है, हालांकि वे फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनुराग भार्गव ने कहा, जिन महिलाओं ने सामूहिक दुष्कर्म का दावा किया था, उनकी सरकारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक चिकित्सा जांच कर ली गई है।

उल्लेखनीय है कि बुधवार की रात 1.30 बजे के आसपास यहां से कोई 60 किलोमीटर दूर जेवर-बुलंदशहर राजमार्ग पर इस घटना को उस समय अंजाम दिया गया, जब ग्रेटर नोएडा निवासी परिवार के आठ सदस्य एक बीमार रिश्तेदार को देखने बुलंदशहर की ओर जा रहे थे।

पीड़ितों के मुताबिक, हथियारों से लैस छह लोगों ने सबोटा गांव के निकट टायर पर गोली चलाकर ईको वैन को रोक दिया और बंदूक के दम पर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।

पुलिस ने बताया कि कबाड़ कारोबारी शकील कुरैशी (40) ने जब इसका विरोध किया, तो उन्होंने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी और 47,000 रुपये समेत मोबाइल फोन व कीमती समान लूट लिए।

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उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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