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बिजनेस

सितंबर में कारों की बिक्री ने पकड़ी तेजी

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s-crossनई दिल्ली। वाहनों के नए मॉडल, मानसून की अच्छी बारिश और सातवें वेतन आयोग के सकारात्मक प्रभाव के रूप में सितंबर में भारतीय वाहन निर्माताओं की अच्छी बिक्री हुई, क्योंकि ग्राहकों ने अपने पुराने वाहनों को बदलकर नए वाहनों को खरीदने में खूब दिलचस्पी दिखाई।

प्राइस वाटरहाउस के भागीदार अब्दुल मजीद ने बताया, ग्राहकों की सकारात्मक भावना और त्योहारी अवधि वाहन उद्योग को रफ्तार प्रदान करेगी। नए-नए मॉडल निश्चित रूप से ग्राहकों को अपने पुराने मॉडल को बदलने की तरफ खीचेंगे। लेकिन त्योहारी मौसम के बाद वाहनों की बिक्री निजी निवेश में हुई वृद्धि और अर्थव्यवस्था में कुल मिलाकर आई तेजी पर ही निर्भर करेगी।

पिछले महीने यात्री कारों, यूटिलिटी वाहनों और दोपहिया वाहनों की अच्छी बिक्री देखी गई। प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी की बिक्री में सितंबर में 31.1 फीसदी का इजाफा हुआ। कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी दी। कंपनी के मुताबिक, समीक्षाधीन महीने में उसके कुल 1,49,143 वाहनों की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल के सितंबर महीने में कुल 1,13,759 वाहन बिके थे।

कंपनी द्वारा जारी बयान में कहा गया, कंपनी ने सितंबर महीने में अब तक का सबसे ज्यादा वाहन बेचने का रिकार्ड बनाया और कुल 1,49,113 वाहनों की बिक्री हुई। यह कंपनी का घरेलू बाजार में भी किसी एक महीने में हुई सर्वाधिक बिक्री है।

पिछले महीने कंपनी की घरेलू बिक्री में 29.4 फीसदी की तेजी आई थी और कुल 1,37,321 वाहनों की बिक्री हुई थी, जबकि साल 2015 के अगस्त में 1,06,083 वाहन बिके थे। इसके अलावा सितंबर में वाहनों के निर्यात में 54 फीसदी की तेजी देखने को मिली और कुल 11,822 वाहन निर्यात किए गए, जबकि पिछले साल सितंबर में कुल 7,676 वाहनों का निर्यात हुआ था।

वहीं, दूसरी प्रमुख कंपनी टाटा मोटर्स के भी यात्री कारों और वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में सितंबर में आठ फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई और कंपनी ने कुल 48,648 वाहन बेचे, जबकि साल 2015 के सितंबर में कंपनी ने कुल 45,215 वाहन बेचे थे। समीक्षाधीन अवधि में टाटा के वाणिज्यिक और यात्री वाहनों की बिक्री में पांच फीसदी का इजाफा हुआ और कुल 42,961 वाहनों की बिक्री हुई, जबकि सितंबर महीने में निर्यात में 29 फीसदी की बढो़तरी हुई और कुल 5,687 वाहनों का निर्यात किया गया।

वाहन निर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा ने समीक्षाधीन महीने में बिक्री में 8 फीसदी बढ़ोतरी की जानकारी दी है। कंपनी ने पिछले महीने कुल 46,130 वाहन बेचे, जबकि साल 2015 के सितंबर महीने में कुल 42,848 वाहनों की बिक्री हुई थी। महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (वाहन) प्रवीण शाह ने बताया, चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कई अनिश्चितताओं और चुनौतियों के बावजूद हमने 11 फीसदी की वृद्धि दर हासिल की है, जो खुशी की बात है। इन छह महीनों में हमारे नियार्त में 18 फीसदी की अच्छी वृद्धि हुई है। वहीं, घरेलू बिक्री में 7 फीसदी का इजाफा हुआ और कुल 42,545 वाहनों की बिक्री हुई।

वाहन निर्माता फोर्ड इंडिया प्रा. लि. के वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी देखी गई और सितंबर में कंपनी ने कुल 22,590 वाहन बेचे। कंपनी द्वारा शनिवार को जारी एक बयान में बताया गया कि सितंबर में उसने कुल 22,590 वाहनों की बिक्री है, जिसमें घरेलू बाजार में 9,018 वाहनों की बिक्री हुई तथा 13,572 वाहनों का निर्यात किया गया। जबकि साल 2015 के सितंबर महीने में कंपनी ने कुल 22,428 वाहनों की बिक्री की थी, जिसमें घरेलू बाजार में 8,274 वाहनों की बिक्री हुई थी और 14,154 वाहनों का निर्यात किया गया था। फोर्ड इंडिया के कार्यकारी निदेशक (मार्केटिंग, सेल्स एंड सर्विस) अनुराग मेहरोत्रा ने कहा, अच्छा मॉनसून, सातवां वेतन आयोग और उचित मुद्रास्फीति से भारतीय वाहन बाजार को मदद मिलेगी।

भारतीय-जापानी संयुक्त उद्यम टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने पिछले महीने घरेलू बिक्री में छह फीसदी बढ़ोतरी की जानकारी दी है और इस दौरान कुल 12,067 वाहनों की बिक्री हुई। जापानी वाहन निर्माता होंडा कार्स इंडिया लि. की कारों की बिक्री में पिछले महीने साल 2015 के सितंबर की तुलना में कमी दर्ज की गई है। कंपनी ने एक बयान जारी कर शनिवार को यह जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि उसने पिछले महीने कुल 14,439 वाहन बेचे, जबकि 2015 के सितंबर में कंपनी ने कुल 18,509 वाहन बेचे थे।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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