Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

लालू की ढाल बीजेपी के ‘शत्रु’, सुमो का वार- ‘गद्दारों’ को करो बाहर

Published

on

Loading

पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद की कथित ‘बेनामी संपत्ति’ को लेकर अब विपक्षी भारतीय जनता पार्टी में ही घमासान मच गया है। भाजपा नेता और फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा जहां नेताओं को आरोपों की नकारात्मक राजनीति न करने की सलाह दे रहे हैं, वहीं भाजपा नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने इशारों ही इशारों में सिन्हा को ‘गद्दार’ तक कह दिया।

सिन्हा ने सोमवार को कहा कि आरोप तब तक महज आरोप होते हैं, जब तक वे सिद्ध नहीं हो जाते। इसी क्रम में उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समाज के प्रति प्रतिबद्धता को लेकर तारीफ की और उन पर अनर्गल आरोप लगाने वालों की निंदा की।

उल्लेखनीय है कि इन दिनों लालू प्रसाद पर बेनामी संपत्ति को लेकर भाजपा के नेता सुशील मोदी लगातार नए खुलासे करते जा रहे हैं, वहीं दिल्ली सरकार से बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा मुख्यमंत्री केजरीवाल पर अपने ही कैबिनेट के मंत्री सत्येंद्र जैन से दो करोड़ रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। जैन ने मिश्रा पर मानहानि का मुकदमा किया है।

शत्रुघ्न सिन्हा ने सोमवार को लगातार चार ट्वीट कर नेताओं को नकारात्मक राजनीति न करने की सलाह देते हुए लिखा, “अनर्गल आरोपों के आधार पर आजकल लोग मीडिया को अच्छा खासा मसाला परोस देते हैं। यह ठीक नहीं है। बहुत हुआ, अब नकारात्मक राजनीति बंद होनी चाहिए। आप जो आरोप लगा रहे हैं, उसे साबित करें या यह सब बंद करें।”

सिन्हा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “व्यक्तिगत रूप से मैं सभी राजनीतिक नेताओं, खासकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का उनकी विश्वसनीसता, संघर्ष और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को लेकर सम्मान करता हूं।”

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “भाजपा ईमानदारी, पारदर्शिता और सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करती है और इसे साथ लेकर चलना चाहिए। जब तक आरोप सिद्ध नहीं होता, तब तक वह सिर्फ आरोप है।”

उधर, सुशील मोदी ने भी ट्वीट कर सिन्हा पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया, “जिस लालू की बेनामी संपत्ति के बचाव में नीतीश नहीं उतरे, उसके बचाव में भाजपा के ‘शत्रु’ कूद पड़े।”

मोदी यहीं नहीं रुके, उन्होंने इशारों ही इशारों में सिन्हा को ‘गद्दार’ कहते हुए एक अन्य ट्वीट में लिखा, “ये जरूरी नहीं कि जो शख्स मशहूर है, उस पर ऐतबार किया जाए। जितनी जल्दी हो, घर से गद्दारों को बाहर किया जाए।”

सिन्हा पहले भी कई बार पार्टी नेताओं के विरोध में बयान दे चुके हैं और नीतीश कुमार व अरविंद केजरीवाल की तारीफ कर चुके हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार पर उन्होंने कहा था कि ‘यह तो होना ही था’ इस पर पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उन्हें ‘बैलगाड़ी के नीचे चलने वाला कुत्ता’ कहा था।

नेशनल

प्रियंका गांधी ने सहारनपुर में किया रोड शो, कहा- मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं

Published

on

Loading

सहारनपुर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 2024 लोकसभा चुनाव के तहत सहारनपुर में रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका ने कहा कि इस देश ने सत्ता को नहीं सत्य को पूजा है और मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं। रोड शो के दौरान प्रियंका गांधी ने रामनवमी पर कहा कि भगवान राम ने भी सत्य की लड़ाई लड़ी थी। जब उनके सामने रावण युद्ध करने के लिए आया तो सारी शक्ति रावण के पास थी, लेकिन भगवान राम ने नौ व्रत रखकर सारी शक्ति अपने पास ले ली थी। इसके बाद रावण से युद्ध किया और सत्य की जीत हुई।

यह रोड शो कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार इमरान मसूद के समर्थन में आयोजित किया गया था। प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं हर जगह यही कह रही हूं कि ये चुनाव जनता का होना चाहिए, जनता के मुद्दों पर होना चाहिए। मोदी जी और बीजेपी के नेता बेरोजगारी, महंगाई, किसानों, महिलाओं की बात नहीं कर रहे हैं। जो असली समस्याएं महिलाओं-किसानों की है, उनके बारे में बात ही नहीं हो रही है। बात इधर उधर की ध्यान भटकाने की हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि जो सत्ता में बैठे हैं, वह माता शक्ति और सत्य के उपासक नहीं हैं, ‘सत्ता’ के उपासक हैं। वो सत्ता के लिए किसी भी हद तक गिर जाएंगे। सत्ता के लिए सरकारें गिरा देंगे, विधायकों को खरीदेंगे, अमीरों को देश की संपत्ति दे देंगे। यह हमारे देश की परंपरा नहीं है। भगवान श्रीराम ‘सत्ता’ के लिए नहीं, ‘सत्य’ के लिए लड़े। इसलिए हम उनकी पूजा करते हैं। आज रामनवमी का शुभ दिन है, इसलिए मैं बहुत खुश हूं। वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि जब भगवान राम युद्ध भूमि में उतरे तो देखा कि माता की शक्तियां रावण के पास थीं। जिसके बाद उन्होंने नौ दिनों तक माता की आराधना की और 108 नील कमल मां के चरणों में अर्पण किए।

उन्होंने कहा कि जिसके बाद माता ने उनकी परीक्षा लेने को सोची और 108वां कमल छिपा दिया। लेकिन, भगवान राम के पास श्रद्धा की शक्ति थी, उन्हें याद आया कि उनकी मां उन्हें बचपन में ‘राजीव लोचन’ कहती थीं। यह बात याद आते ही भगवान राम अपने नयन निकालने ही जा रहे थे, तभी माता ने उन्हें रोकते हुए कहा कि मैं तुम्हारी श्रद्धा से प्रसन्न हुई। मेरी शक्ति तुम्हारे साथ है। हम भगवान राम को इसलिए पूजते हैं, क्योंकि उन्होंने सच्ची श्रद्धा के साथ यह लड़ाई लड़ी और जनता को सर्वोपरि रखा। जनता पर अन्याय करने वाली भाजपा की विदाई तय है।

Continue Reading

Trending