मुख्य समाचार
राहुल गांधी ने कसा तंज, ‘प्रिय भाजपा भयभीत न हो’
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से ‘भयभीत न होने’ को कहा। कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ पर राहुल की टिप्पणी को लेकर भाजपा ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। भाजपा की टिप्पणी के साथ राहुल ने ट्वीट किया, “प्रिय भाजपा, भयभीत न हो।”
भाजपा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने अपने चुनाव चिन्ह हाथ को धार्मिक व्यक्तित्वों से जोड़ा, जो चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है और उसने मंगलवार को निर्वाचन आयोग से कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को जब्त करने की मांग की।
अब कांग्रेस ने उठाई मोदी, भाजपा के खिलाफ कार्रवाई की मांग
राहुल गांधी के बयान से इतर कांग्रेस ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर बुधवार को निर्वाचन आयोग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शिकायत करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग भी की। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि एक कार्यक्रम में मोदी ने भगवान राम तथा हनुमान के नाम का उद्घोष किया। कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि भाजपा का चुनाव चिन्ह रद्द कर उसे वापस लिया जाए।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव के.सी.मित्तल ने निर्वाचन आयोग को शिकायत सौंपी। मित्तल पार्टी के कानून व मानवाधिकार विभाग के प्रमुख हैं। शिकायत के मुताबिक, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 12 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कन्याकुमारी के विवेकानंद केंद्र में ‘रामायण दर्शनम एक्जिबिशन’ के उद्धाटन समारोह को संबोधित किया।”
निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी को सौंपी गई शिकायत के अनुसार, “प्रधानमंत्री ने इस अवसर को चुनाव अभियान के हिस्से के रूप में इस्तेमाल करने के माकूल पाया और अपने भाषण में भगवान श्रीराम, अयोध्या, राम राज्य, हनुमानजी तथा भरत जैसे शब्दों का बार-बार इस्तेमाल किया।” शिकायत में यह बात भी कही गई है कि प्रधानमंत्री ने जानबूझकर भगवान श्रीराम, हनुमानजी व रामायण के अन्य पात्रों के नाम लिए और अपनी सरकार की नीतियों की तुलना भगवान श्रीराम की नीतियों से की।
कांग्रेस ने कहा, “उनका पूरा भाषण पांच राज्यों खासकर उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव को देखते हुए धार्मिक भावनाएं भड़काने पर केंद्रित था।” शिकायत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान निर्वाचन आयोग का ध्यान मोदी की तस्वीर पर भी केंद्रित किया गया है, जिसमें उनकी पृष्ठभूमि में राष्ट्रध्वज के साथ अशोक स्तंभ है और तस्वीर के ऊपर नारा लिखा है, ‘राम तभी भगवान राम बने जब उन्होंने गरीबों को सशक्त किया।’
कांग्रेस ने दावा किया कि इसका इस्तेमाल चुनाव अभियान को ध्यान में रखते हुए किया गया। शिकायत के मुताबिक, “भाजपा तथा उसके नेता बार-बार आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं, इसलिए अनुरोध है कि आयोग तत्काल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और उचित आदेश व निर्देश जारी करे।” कांग्रेस ने शिकायत में कहा, “यह एक उचित मामला है, जिसमें भाजपा का चुनाव चिन्ह रद्द कर उसे वापस लिया जा सकता है।”
नेशनल
दूसरे चरण में धार्मिक ध्रुवीकरण के समीकरण का चक्रव्यूह भेद पाएंगे मोदी!
सच्चिदा नन्द द्विवेदी एडिटर-इन-चीफ
लखनऊ। राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आती है, तो वह लोगों की संपत्ति लेकर मुसलमानों को बांट देगी. इसके बाद ही विकास की रफ्तार पर चलने वाला चुनाव दूसरे चरण के पहले हिन्दू मुस्लिम के बीच बंट गया है। दरअसल मोदी का ये बयान यूं ही नहीं आया है, दूसरे चरण में जहां जहां मतदान होना है वहाँ की बहुतायत सीटों पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक स्थिति में है… इसमें राहुल गांधी की वायनाड सीट भी है जहां मुस्लिम वोटर करीब 50 फीसदी है।
26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान होना है। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को हो चुका है जिसमें कम मतदान प्रतिशत ने सत्तारूढ़ बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व को चिंता में डाल दिया है। दूसरे चरण में 88 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हैं। केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर इसी चरण में मतदान हो जाएगा। कर्नाटक की 14 और राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर भी मतदान होगा।
इसके पहले कि मोदी के बयान के गूढ़ार्थ को समझा जाए एक बार दूसरे चरण की सीटों का गणित समझना जरूरी हो जाता है। इसमें सबसे ज्यादा जरूरी है केरल राज्य जहां पर चल रहे लव जिहाद के किस्से और धार्मिक ध्रुवीकरण के समीकरण का चक्रव्यूह आज तक बीजेपी नहीं भेद पाई है। केरल में हिन्दू आबादी करीब 54 फीसदी है तो मुस्लिम आबादी करीब 26 फीसदी तो ईसाई वहां 18 फीसदी हैं। जबकि सिख बौद्ध और जैन महज 1 फीसदी हैं। यही वो धार्मिक समीकरण का तिलिस्म हैं जिसे बीजेपी इस बार तोड़ने का प्रयास कर रही हैं।
इतना ही नहीं केरल में करीब 15 लोकसभा सीट ऐसी हैं मुस्लिम बहुतायत में हैं। वहीं वायनाड में तो मुस्लिम आबादी करीब 50 फीसदी है जहां से राहुल गांधी पिछले बार जीत कर सांसद चुने गए थे और इस बार भी वायनाड़ के रास्ते दिल्ली पहुंचना चाहते हैं। राज्यवार नजर डालें तो पिक्चर काफी हद तक साफ हो जाती है। आखिर शब्दों पर संयम रखने वाले मोदी ने चुनावी फिजा बदलने वाला ये बयान क्यों दिया? इसके लिए इन सीटों पर नजर डालिए।
इन सीटों पर दूसरे चरण में मतदान
असम: दर्रांग-उदालगुरी, डिफू, करीमगंज, सिलचर और नौगांव।
बिहार: किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका।
छत्तीसगढ़: राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर।
जम्मू-कश्मीर: जम्मू लोकसभा ।
कर्नाटक: उडुपी-चिकमगलूर, हासन, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्ग, तुमकुर, मांड्या, मैसूर, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु केंद्रीय, बेंगलुरु दक्षिण,चिकबल्लापुर और कोलार।
केरल: कासरगोड, कन्नूर, वडकरा, वायनाड, कोझिकोड, मलप्पुरम, पोन्नानी, पलक्कड़, अलाथुर, त्रिशूर, चलाकुडी, एर्णाकुलम, इडुक्की, कोट्टायम, अलाप्पुझा, मवेलिक्कारा, पथानमथिट्टा, कोल्लम, अट्टिंगल और तिरुअनंतपुरम।
मध्य प्रदेश: टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद।
महाराष्ट्र: बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, यवतमाल- वाशिम, हिंगोली, नांदेड़ और परभणी।
राजस्थान: टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारा।
त्रिपुरा: त्रिपुरा पूर्व।
उत्तर प्रदेश: अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा।
पश्चिम बंगाल: दार्जिलिंग, रायगंज और बालूरघाट।
दरअसल देश की 543 लोकसभा सीटों में से 65 सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम वोटर जीत और हार में बड़ी भूमिका निभाते हैं। ये वो सीटें हैं जहां मुस्लिम वोटरों की संख्या 30 फीसदी से लेकर 80 फीसदी तक है। वहीं, करीब 35-40 लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां इनकी मुस्लिम समुदाय के वोटरों की अच्छी खासी संख्या है। यानि करीब 100 लोकसभा सीट ऐसी हैं जहां अगर वोटों का ध्रुवीकरण हो गया तो भाजपा के लिए उसके लक्ष्य 400 के आंकड़े को हासिल करना आसान हो जाएगा। ऐसे में एक बार फिर ये साफ हो गया विपक्षी कितनी भी कोशिश कर लें वो चुनाव बीजेपी की पिच पर ही लड़ने को मजबूर हैं।
-
लाइफ स्टाइल3 days ago
तेजी से बढ़ रही है दिल की बीमारियों के चलते मौत, करें ये उपाय
-
नेशनल3 days ago
हैदराबाद से बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता के खिलाफ FIR दर्ज, मस्जिद की तरफ काल्पनिक तीर छोड़ने का आरोप
-
नेशनल3 days ago
सपा ने कन्नौज से तेज प्रताप यादव को बनाया उम्मीदवार, अखिलेश नहीं लड़ेंगे चुनाव
-
नेशनल3 days ago
शिक्षक भर्ती घोटाला: कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले से गई 24000 शिक्षकों की नौकरी, बस एक महिला की बची जॉब
-
नेशनल3 days ago
राहुल गांधी की तबियत आज भी खराब, तमाम चुनावी कार्यक्रम हुए कैंसिल
-
नेशनल2 days ago
दूसरे चरण में धार्मिक ध्रुवीकरण के समीकरण का चक्रव्यूह भेद पाएंगे मोदी!
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
अमेरिका में पढ़ाई कर रहे दो भारतीय छात्रों की सड़क हादसे में मौत, कॉलेज से घर लौटते समय हुआ हादसा
-
नेशनल3 days ago
सुप्रीम कोर्ट ने रेप पीड़िता नाबालिग को 30 सप्ताह का गर्भ गिराने की दी इजाजत