Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

राहत फतेह अली लंदन की धर्मार्थ संस्था के एम्बेसेडर

Published

on

Loading

राहत फतेह अली लंदन की धर्मार्थ संस्था के एम्बेसेडर

लंदन | पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खान दक्षिण एशिया में गरीबी और इससे जुड़ी समस्याओं से निपटने के लिए गठित संगठन ‘ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट’ के एम्बेसेडर नियुक्त किए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहे हैं।

राहत फतेह अली ने रविवार को ट्वीट कर कहा, “धन्यवाद ‘ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट’, आपका एम्बेसेडर नियुक्त किए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। प्रिंस चार्ल्स से मुलाकात शानदार रही।”

गायक ने समारोह में अपनी प्रस्तुति का एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें वह अपने चाचा और प्रख्यात गायक नुसरत फतेह अली खान का गीत ‘तेरे बिन जी नहीं लगदा’ गाते नजर आ रहे हैं।

प्रिंस ऑफ वेल्स ने दक्षिण एशिया में गरीबी और इससे जुड़ी समस्याओं से निपटने के लिए 2007 में ‘ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट’ की स्थापना की थी। वह ब्रिटिश एशियाई प्रवासी उद्यमियों से जुड़े और उनकी मदद से इस क्षेत्र की बुनियादी समस्याओं को दूर करने का अभियान शुरू किया।

डिजाइनर मनीष मल्होत्रा और अभिनेत्री सोफी चौधरी समेत कई भारतीय सेलेब्रिटीज भी ट्रस्ट के एम्बेसेडर हैं।

बिजनेस

मुंबई बना एशिया के अरबपतियों की राजधानी, बीजिंग को पीछे छोड़ा

Published

on

Loading

मुंबई। मुंबई में अरबपतियों की संख्या बीजिंग से अधिक हो गई है। हुरुन रिसर्च की 2024 ग्लोबल रिच लिस्ट के अनुसार, मुंबई में 92 अरबपति हैं, जबकि बीजिंग में 91 अरबपति हैं। हालांकि चीन में भारत के 271 की तुलना में कुल मिलाकर 814 अरबपति हैं। ग्लोबल लेवल पर, मुंबई अब न्यूयॉर्क के बाद अरबपतियों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, न्यूयार्क में अरबपतियों की संख्या 119 है। लिस्ट के मुताबिक, सात साल बाद लंदन 97 के साथ दूसरे स्थान पर है।

रिपोर्ट में कहा गया है, “मुंबई दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते अरबपतियों की राजधानी है, इस साल इसमें 26 अरबपति शामिल हुए और यह दुनिया में तीसरा व एशिया में अरबपतियों की राजधानी बन गया है। नई दिल्ली पहली बार शीर्ष 10 में शामिल हुई।” भारत की आर्थिक शक्ति उसकी अरबपति आबादी में उल्लेखनीय वृद्धि से और भी अधिक रेखांकित हुई। देश में आश्चर्यजनक रूप से 94 नए अरबपति जुड़े, जो संयुक्त राज्य अमेरिका को छोड़कर किसी भी देश में सबसे अधिक है। कुल मिलाकर यहां 271 अरबपति हो गए। यह उछाल 2013 के बाद से सबसे ज्‍यादा है और भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ते आत्मविश्‍वास का प्रमाण है।

2024 हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अरबपतियों की संचयी संपत्ति चीन की प्रति अरबपति औसत संपत्ति (3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर बनाम 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर) को पार करते हुए 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।

रिपोर्ट में बताया गया है कि उद्योग के लिहाज से फार्मास्युटिकल क्षेत्र 39 अरबपतियों के साथ सबसे आगे है, इसके बाद ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग (27) और रसायन क्षेत्र (24) का स्थान है। सामूहिक रूप से भारतीय अरबपतियों की संपत्ति 1 खरब डॉलर के बराबर है, जो वैश्विक अरबपतियों की संपत्ति का 7 फीसदी है, जो देश के पर्याप्त आर्थिक प्रभाव को दर्शाता है।

Continue Reading

Trending