Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

राज्यपाल राम नाईक ने स्वीकारा अखिलेश यादव का इस्तीफा

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिले प्रचंड बहुमत और समाजवादी पार्टी (सपा)-कांग्रेस गठबंधन को मिली जबर्दस्त हार के बाद सपा अध्यक्ष व प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रा’यपाल राम नाईक से भेंट करने राजभवन पहुंचे और मुख्यमंत्री पद से अपना त्याग पत्र प्रस्तुत किया।

मुख्यमंत्री के त्याग पत्र को स्वीकार करते हुए रा’यपाल ने नए मुख्यमंत्री की व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के नाते कार्य करने के लिए कहा, जिसे अखिलेश ने स्वीकार कर लिया।

मुख्यमंत्री ने रा’यपाल के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके अनुभव से उन्हें सीखने को बहुत कुछ मिला है।

उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना समाप्त होने के बाद रा’यपाल राम नाईक ने निर्वाचित सभी सदस्यों का अभिनंदन करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने सकारात्मक जनादेश देकर नई सरकार चुनने का मार्ग प्रशस्त किया है। जितना अधिक समर्थन, अधिक शक्ति, उतनी ही जिम्मेदारी भी अधिक होती है।

रा’यपाल ने कहा, “मैं उत्तर प्रदेश की जनता को भी बधाई देते हुए अपेक्षा रखता हूं कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का सबका सपना पूरा करने के लिए नई सरकार प्रयास करेगी।”

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

Published

on

Loading

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

Continue Reading

Trending