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नेशनल

मोदी ने त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय को स्थापना दिवस पर बधाई दी

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मोदी ने त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय को स्थापना दिवस पर बधाई दी

नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तीन पूर्वोत्तर राज्यों त्रिपुरा, मणिपुर और मेघालय के स्थापना दिवस पर बधाई दी। मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, “मेघालय के लोगों को स्थापना दिवस की बधाई। राज्य की विकास यात्रा के लिए मेरी शुभकामनाएं।”

मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “मैं त्रिपुरा के स्थापना दिवस पर वहां के लोगों को शुभकामनाएं देता हूं और राज्य के चौतरफा विकास की कामना करता हूं।”

मोदी ने ट्वीट कर कहा, “मणिपुर के लोगों को भी उसके स्थापना दिवस पर बधाई। मुझे उम्मीद है कि मणिपुर में खुशी और समृद्धि बनी रहेगी।”

पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम 1971 के तहत त्रिपुरा, मणिपुर और मेघालय को 21 जनवरी 1972 को राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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