Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

माल्या पर केंद्र सरकार ने साफ किया रुख, कहा- प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन से बातचीत जारी

Published

on

Loading

लंदन। भारत में बैंकों के 9,000 करोड़ रुपये के लोन की अदायगी न करने के मामले में वांछित शराब कारोबारी विजय माल्या को मंगलवार को लंदन में गिरफ्तार किया गया और कुछ ही घंटे में उन्हें जमानत मिल गई। इस घटनाक्रम के बीच, भारत सरकार ने कहा है कि माल्या के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन में कानूनी प्रक्रिया जारी है।

एक सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि भारत ने माल्या के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटिश अधिकारियों से अपील की थी, जिसके तहत उन्हें गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा, “इस संबंध में ब्रिटेन में कानूनी कार्रवाई जारी है और दोनों सरकारें संपर्क में हैं।”

मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि सेंट्रल लंदन पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने के बाद माल्या (61) को हिरासत में ले लिया गया। वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने बाद में उन्हें 650,000 पाउंड के मुचलके पर जमानत दे दी। मामले की अगली सुनवाई 17 मई को होगी।

मेट्रोपॉलिटन पुलिस के एक बयान के मुताबिक, प्रत्यर्पण इकाई के अधिकारियों ने भारत के एक प्रत्यर्पण वारंट पर माल्या को गिरफ्तार किया। बयान के मुताबिक, “धोखाधड़ी के आरोपों में भारतीय अधिकारियों की तरफ से माल्या को गिरफ्तार किया गया।”

जमानत मिलने के बाद माल्या ने ट्वीट किया, “हमेशा की तरह भारतीय मीडिया का हो-हल्ला। अदालत में प्रत्यर्पण पर सुनवाई आज (मंगलवार को) शुरू होनी थी, जो पहले से तय थी।” किंगफिशर एयरलाइन के लिए बैंकों से लिए गए 8,191 करोड़ रुपये के ऋण की अदायगी न करने पर माल्या के खिलाफ बैंकों ने अदालत की शरण ली। इसके बाद वह साल 2016 में ब्रिटेन भाग गए।

बैंक अभी तक केवल 155 करोड़ रुपये ही वसूल पाए हैं। कई आदेशों के बावजूद माल्या जांच कर्मियों के समक्ष पेश नहीं हुए और फिर भारत से भाग निकले। फरवरी में भारत सरकार ने माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटिश अधिकारियों को एक औपचारिक अनुरोध सौंपते हुए कहा कि उनके खिलाफ वित्तीय अनियमितता तथा ऋण का भुगतान न करने का वैध मामला है।

नेशनल

कर्नाटक के मंत्री बोले- मोदी-मोदी के नारे लगाने वालों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए

Published

on

Loading

बेंगलुरु। कर्नाटक के मंत्री शिवराज तंगाडागी ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाने वाले युवकों और छात्रों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए। मंत्री ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में वोट मांगने के लिए शर्म आनी चाहिए, क्योंकि वह विकास के मोर्चे पर भी विफल रही है।

“दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था”

तंगाडागी ने कहा, “उन्हें शर्म आनी चाहिए। वे विकास का एक काम तक नहीं कर पाए, फिर किस मुंह से वोट मांग रहे हैं। उन्होंने दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था। क्या उन्होंने किसी को नौकरी दी। जब नौकरियों के बारे में पूछो तो वे कहते हैं- पकौड़े बेचो, उन्हें शर्म आनी चाहिए।” कोप्पल जिले के करातागी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, अगर कोई छात्र या युवक अब भी ‘मोदी-मोदी’ कहे तो उन्हें थप्पड़ मारे जाने चाहिए

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि ने मंत्री की टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस के बहुत बुरी तरह से हारने को भांपकर वे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं और वे प्रधानमंत्री मोदी को तानाशाह कहते हैं!” भाजपा ने निर्वाचन आयोग को याचिका देकर मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Continue Reading

Trending