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प्रादेशिक

महाराष्ट्र में सेना की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक,18 लोग गिरफ्तार

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महाराष्ट्र, नागपुर, पुलिस

Army

नागपुर । महाराष्ट्र में सेना में होने वाली भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक हो गया है । जानकारी के अनुसार पुलिस ने सेना भर्ती के लिये होने वाले पेपर लीक होने के मामले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं 350 से छात्रों को भी हिरासत में लिया गया है। वहीं पेपर लीक मामले में नागपुर और गोवा पुलिस अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिये लगातार प्रयास कर रही है। जल्द ही इस रैकेट में शामिल अन्य लोग भी पुलिस की गिरफ्त में हो सकते हैं। फिलहाल परीक्षा स्थगित कर दी गयी है। वहीं इस मामले में पुलिस ने सेना के उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया है।

महाराष्ट्र में रविवार को सेना की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। सेना की भर्ती परीक्षा से पहले ही पेपर लीक होने की खबर से हड़कंप मच गया। ठाणे पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने फौरन हरकत में आते हुए अलग-अलग शहरों से 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं जांच टीम ने इस मामले में 350 छात्रों को भी पकड़ा है।

जानकारी के अनुसार सेना की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। गोवा पुलिस भी इस पेपर लीक मामले की जांच कर रही है। पूरे भारत से अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो लीक किया गया पेपर हर युवक को दो लाख रुपये में बेचा गया था।

 

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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