Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

नौ दिवसीय 18वां अन्तर्राष्ट्रीय उर्दू किताब मेला शुरू

Published

on

रसिद्ध ड्रामा ‘‘मै उर्दू हूं’’ का मंचन, नौ दिवसीय 18वां अन्तर्राष्ट्रीय उर्दू किताब मेला, जामिया मिलिया इस्लामिया

Loading

दिल्ली में हुआ प्रसिद्ध ड्रामा ‘‘मै उर्दू हूं’’ का मंचन
नई दिल्ली। नेशनल काउन्सिल फार प्रमोशन आफ उर्दू लैन्गवेज (एन.सी.पी.यू.एल.) के तत्वधान मे जामिया मिलिया इस्लामिया में नौ दिवसीय 18वां अन्तर्राष्ट्रीय उर्दू किताब मेला लगा, जोकि 14 नवम्बर से 22 नवम्बर 2015 तक चलेगा। मेले के उद्घाटन के मौक़े पर एन.सी.पी.यू.एल. निदेशक इरतिज़ करीम ने बोलते हुए कहा उर्दू लोगो के दिलो को जोड़ती है। उर्दू हमे तहज़ीब सिखाती है। इसके चाहने वालो की तआदात कम नही है। जिसका साक्ष्य है उर्दू गज़लो का आम होना, हमको उर्दू के बचाने और बढ़ाने के लिए आगे आना चाहिए और अपने बच्चों को उर्दू पढ़वाना।

उद्घाटन वाले दिन यानि 14 नवम्बर 2015 को लेखक एस.एन.लाल द्वारा रचित प्रसिद्ध ड्रामा ‘मै उर्दू हूं’ का मंचन हुआ जिसमें पेशकश अतहर नबी की, इस बार ड्रामें के निर्देशक थे। प्रदीप श्रीवास्तव, उर्दू के मुख्य किरदार को चन्द्रानी मुखर्जी ने निभाया। यह ड्रामा जामिया मिलिया इस्लामिया में स्थित अन्सारी प्रेक्षागृह में मंचित हुआ जिसको देखने के लिए जामिया मिलिया इस्लामिया, देहली एंव जवाहार लाल नेहरू यूनीवर्सिटी के छात्रगण एंव पूरे हिन्दुस्तान के उर्दू के प्रोफसर उपस्थित थे जिन्होंने इस ड्रामें को बहुत ही पसन्द किया और अपनी-अपनी यूनीवर्सिटी में इस ड्रामें को कराने की बात कहीं।

ड्रामे में उर्दू का पूरा इतिहास बताया गया है जिसमें सभी भारतीय भाषाओं ने खुद ही उर्दू के बारे में बताया है और उर्दू अपने बारे में लोगो से खुद वार्ता करती नज़र आती है। इसमें भाषा हिन्दी, उर्दू की बहन बनी है तो संस्कृत उर्दू की दादी, तुर्की उर्दू की मां है, फारसी उर्दू का बाप, पंजाबी और भोजपूरी उर्दू के मामा बने हैं। इस ड्रामे में अमीर खुसरो से लेकर ग़ालिब और मीर अनीस जैसे कई शायरों व लेखकों को भी दिखाया गया है।  दिल्ली में यह ड्रामा दुबारा हुआ था, ये ड्रामा हिन्दुस्तान के कई शहरों में हो चुका है, इस बार 11वां शों था। इस ड्रामे को देखकर महाराष्ट्र के सपा नेता अबू आसिम आज़मी ने दुबई में करवाने को कहा और एन.सी.पी.यू.एल. निदेशक इरतिज़ करीम ने पूरे हिन्दुस्तान की हर यूनिर्वसिटी मे कराने की बात कहीं है। 18वां अन्तर्राष्ट्रीय उर्दू किताब मेला अभी लगा है जिसमें प्रतिदिन नये-नये कार्यक्रम हा रहे है। मिसमें कल ‘चाहरबैत’ और बच्चों के प्रोगाम होंगे, 19 नवम्बर को ‘दास्तान गोई’ होगी और 20 नवम्बर को मुशायरा होगा।

नेशनल

कर्नाटक के मंत्री बोले- मोदी-मोदी के नारे लगाने वालों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए

Published

on

Loading

बेंगलुरु। कर्नाटक के मंत्री शिवराज तंगाडागी ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाने वाले युवकों और छात्रों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए। मंत्री ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में वोट मांगने के लिए शर्म आनी चाहिए, क्योंकि वह विकास के मोर्चे पर भी विफल रही है।

“दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था”

तंगाडागी ने कहा, “उन्हें शर्म आनी चाहिए। वे विकास का एक काम तक नहीं कर पाए, फिर किस मुंह से वोट मांग रहे हैं। उन्होंने दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था। क्या उन्होंने किसी को नौकरी दी। जब नौकरियों के बारे में पूछो तो वे कहते हैं- पकौड़े बेचो, उन्हें शर्म आनी चाहिए।” कोप्पल जिले के करातागी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, अगर कोई छात्र या युवक अब भी ‘मोदी-मोदी’ कहे तो उन्हें थप्पड़ मारे जाने चाहिए

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि ने मंत्री की टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस के बहुत बुरी तरह से हारने को भांपकर वे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं और वे प्रधानमंत्री मोदी को तानाशाह कहते हैं!” भाजपा ने निर्वाचन आयोग को याचिका देकर मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Continue Reading

Trending