Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

नीतीश ने पीएम पर कसा तंज, कहा- बनारस में गंगा पूछ रही कहां गया उसका बेटा?

Published

on

Loading

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां शनिवार को गंगा नदी के घटते जलप्रवाह पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि गंगा की अविरलता के लिए जनचेतना जरूरी है। उन्होंने कहा कि फरक्का बांध बिहार में प्रत्येक वर्ष आने वाली बाढ़ का मुख्य कारण है।

गंगा नदी की अविरलता बचाने के लिए बिहार की राजधानी पटना में शनिवार को दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि फरक्का बांध के कारण गंगा नदी में सिल्ट जमा हो रहा है, जिससे बिहार में प्रतिवर्ष बाढ़ आती है।

उन्होंने एकबार फिर फरक्का बैराज को बंद करने की मांग दोहराई और यह भी कहा कि इस सम्मेलन को फरक्का से जोडक़र देखने की जरूरत नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा को निर्मल बनाने के साथ इसे अविरल बनाने की जरूरत है। उन्होंने सिल्ट जमा होने और उससे बाढ़ आने की स्थ्तिि पर भी प्रकाश डाला। नीतीश ने किसी का नाम लिए बिना कहा, “गंगा-गंगा की रट लगाने वाले को बनारस के लोग खोज रहे हैं। बनारस में गंगा पूछ रही है कि आखिर कहां गया उसका बेटा?”

गंगा के महत्व की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने अपने बचपन का एक संस्मरण सुनाया। उन्होंने कहा कि बचपन में बख्तियारपुर में घर में दाल पकाए जाने के लिए उन्होंने खूब गंगा का पानी ढोया है। सम्मेलन में गंगा नदी की अविरलता बचाने, पश्चिम बंगाल में निर्मित फरक्का बांध के कारण गंगा नदी में जमा हो रहे गाद एवं सिल्ट और उससे राज्य में उत्पन्न पर्यावरणीय संकट के विषय में चर्चा की जाएगी तथा इस समस्या का समाधान ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है।

सम्मेलन में गंगा नदी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, हिमालय से निकलने वाली मुख्य नदियों से संबंधित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा गाद प्रबंधन और गंगा नदी की सुरक्षा के लिए योजना, नीति एवं नियमों के कार्यान्वयन पर भी चर्चा हो रही है।

सम्मेलन में मैग्सेसे सम्मान प्राप्त राजेंद्र सिंह, पद्मभूषण प्राप्त पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट, गंगा विशेषज्ञ भरत झुनझुनवाला, पंजाब के पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह, गंगा मुक्ति आंदोलन के संस्थापक अनिल प्रकाश सहित देश-विदेश के कई पर्यावरणविद् और जानकार हिस्सा ले रहे हैं।

नेशनल

कर्नाटक के मंत्री बोले- मोदी-मोदी के नारे लगाने वालों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए

Published

on

Loading

बेंगलुरु। कर्नाटक के मंत्री शिवराज तंगाडागी ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाने वाले युवकों और छात्रों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए। मंत्री ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में वोट मांगने के लिए शर्म आनी चाहिए, क्योंकि वह विकास के मोर्चे पर भी विफल रही है।

“दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था”

तंगाडागी ने कहा, “उन्हें शर्म आनी चाहिए। वे विकास का एक काम तक नहीं कर पाए, फिर किस मुंह से वोट मांग रहे हैं। उन्होंने दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था। क्या उन्होंने किसी को नौकरी दी। जब नौकरियों के बारे में पूछो तो वे कहते हैं- पकौड़े बेचो, उन्हें शर्म आनी चाहिए।” कोप्पल जिले के करातागी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, अगर कोई छात्र या युवक अब भी ‘मोदी-मोदी’ कहे तो उन्हें थप्पड़ मारे जाने चाहिए

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि ने मंत्री की टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस के बहुत बुरी तरह से हारने को भांपकर वे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं और वे प्रधानमंत्री मोदी को तानाशाह कहते हैं!” भाजपा ने निर्वाचन आयोग को याचिका देकर मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Continue Reading

Trending