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साइंस

भारत के दुश्मनों के होश उड़ा देगी ये मिसाइल, सफल हुआ परीक्षण

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नई दिल्ली। भारत अपनी रक्षा ताकतों को आये दिन नए आयामों पर पहुंचा रहा है। देश की सुरक्षा को और चाक-चौबंद करते हुए दुश्मनों से लोहा लेने के लिए स्वदेश निर्मित सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का चांदीपुर में सफल परीक्षण किया गया। इस मिसाइल में कम उंचाई पर आ रही किसी भी बैलिस्टिक शत्रु मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता है।

इस मिसाइल का एक महीने से कम समय में यह दूसरी बार परीक्षण किया गया है और यह बहु स्तरीय मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने के प्रयासों का एक हिस्सा है। डीआरडीओ के एक रक्षा अधिकारी ने बताया, आज का परीक्षण उड़ान के दौरान इंटरसेप्टर के कई मानकों को मान्यता देने के संबंध में किया गया।

उन्होंने साथ ही बताया कि मिसाइल को कम ऊंचाई पर परीक्षण किया गया। इंटरसेप्टर ने यहां चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज के प्रक्षेपण परिसर 3 से पृथ्वी मिसाइल से प्रक्षेपित किये गये एक लक्ष्य को भेद दिया। लक्षित मिसाइल का चांदीपुर से करीब दस बजकर दस मिनट पर प्रक्षेपण किया गया।

बंगाल की खाड़ी में अब्दुल कलाम द्वीप में तैनात उन्नत वायु रक्षा (एएडी) इंटरसेप्टर मिसाइल को करीब चार मिनट बाद टैकिंग रडारों से संकेत मिले और यह शत्रु मिसाइल को हवा में ही नष्ट करने के लिए अपने पथ पर बढ़ गई। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन डीआरडीओ के एक वैज्ञानिक ने कहा, यह मिशन सर्वोत्तम था और सटीकता से लक्ष्य को भेदा गया।

इंटरसेप्टर 7.5 मीटर लंबा मजबूत रॉकेट है जो नौवहन प्रणाली, हाईटेक कंप्यूटर और इलेक्ट्रो-मैनिकल एक्टिवेटर की मदद से गाइडेड मिसाइल से संचालित होता है। एक स्वचालित अभियान के तहत रडार आधारित प्रणाली ने शत्रु की बैलिस्टिक मिसाइल की पहचान की जाती है। इसके बाद रडार से मिले आंकड़ों की मदद से कंप्यूटर नेटवर्क आ रही बैलिस्टिक मिसाइल का रास्‍ता पता लगाता है।

कंप्यूटर सिस्टम से जरूरी निर्देश मिलते ही इंटरसेप्‍टर को टार्गेट भेदने के लिए छोड़ दिया जाता है। पिछले वर्ष भी पूरी तरह से मल्‍टीलेवल बैलेस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम हासिल करने के प्रयास के तहत डीआरडीओ ने स्वदेशी सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था।

उस वक्‍त इसी तरह के परीक्षण में इंटरसेप्टर के लिए पृथ्वी मिसाइल के नेवल एडिशन को टार्गेट के तौर पर स्थापित किया गया था। इस लक्ष्य को बंगाल की खाड़ी में खड़े पोत से छोड़ा गया था। इंटरसेप्टर एडवांस्ड एयर डिफेंस (एएडी) मिसाइल ने लक्ष्य वाली मिसाइल को काफी उंचाई पर ही नष्ट कर दिया था।

 

बिजनेस

15 मिनट में फुल चार्ज होगा भारत में लांच हुआ ये इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर, जानें कीमत

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नई दिल्ली। भारत में दुनिया का सबसे तेज़ चार्जिंग वाला इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर लांच हो गया है। ये इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर 15 मिनट में पूरी तरह चार्ज हो जाता है। कंपनी का दावा है कि यह दुनिया के सबसे तेज चार्जिंग वाली ईवी है। ओमेगा सेकी मोबिलिटी ने तेजी से चार्ज होने वाले इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर के लिए एक्सपोनेंट एनर्जी के साथ पार्टनरशिप की है।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि 3,24,999 रुपये की कीमत पर ओएसएम स्ट्रीम सिटी क्विक ईवी छह शहरों में मौजूद एक्सपोनेंट के रैपिड चार्जिंग नेटवर्क पर 15 मिनट में शून्य से 100 प्रतिशत तक चार्ज करने की क्षमता रखती है। ओमेगा सेकी मोबिलिटी के संस्थापक अध्यक्ष उदय नारंग ने कहा, सड़क पर डाउनटाइम को कम करके और दक्षता को अधिकतम करके क्विक यह सुनिश्चित करता है कि हर यात्रा हमारे ड्राइवरों के लिए ठोस वित्तीय लाभ में तब्दील हो। वाहन पर दो लाख किलोमीटर या पांच साल, जो भी पहले हो, की वारंटी है।

एक्सपोनेंट एनर्जी ने एक बयान में कहा कि वह इस साल दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु में 100 चार्जिंग स्टेशन शुरू करेगी, जबकि चेन्नई, अहमदाबाद, कोलकाता और हैदराबाद में अपने नेटवर्क का विस्तार करेगी। एक्सपोनेंट एनर्जी के सह-संस्थापक और सीईओ अरुण विनायक ने कहा, अधिकतम राजस्व और कम लागत का यह दोहरा लाभ किसी अन्य ईवी या आईसीई (आंतरिक दहन इंजन) वाहन की तुलना में यूजर द्वारा अपने एक्सपोनेंट-संचालित ईवी से प्राप्त होने वाले उच्चतम संभावित लाभ को अनलॉक करता है।

पैसेंजर ईवी में 8.8 किलोवाट आवर का बैटरी पैक है और यह एक बार चार्ज करने पर 126 किलोमीटर की सिटी ड्राइव रेंज प्रदान करता है। देश में यात्री तिपहिया वाहनों की बिक्री जनवरी में 53,537 इकाई को पार कर गई थी।

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