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कॉस्मेटिक सर्जरी खूबसूरती का नया वरदान!

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कॉस्मेटिक सर्जरीनई दिल्ली, खूबसूरत दिखना भला कौन नहीं चाहता। लेकिन यह वरदान ईश्वर कुछ ही लोगों को बख्शता है। इस धरती पर चिकित्सक को दूसरा भगवान माना जाता है। वह अक्सर कुछ ऐसा कर दिखाता है, जो अमूमन भगवान के अधिकार क्षेत्र में ही होता है। लोग धरती के इस भगवान के पास तरह-तरह की समस्याएं लेकर जाते हैं, खूबसूरती और सौंदर्य की समस्या भी। कमोबेश यह भगवान कॉस्मेटिक सर्जरी के जरिए लोगों को मनचाही खूबसूरती भेंट कर देता है।  आज कॉस्मेटिक सर्जरी खूबसूरती का बेजोड़ विकल्प बन गया है। लोग अपने चेहरे की बनावट, छोटी-मोटी नाक, मोटे होंठ या गोरापन बढ़ाने और अतिरिक्त तिल हटवाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। कॉस्मेटिक सर्जरी का बाजार दिनों-दिन बढ़ रहा है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में खूबसूरती के इस विज्ञान के कई विशेषज्ञों ने स्वीकार किया है कि उनके पास आने वाले ऐसे लोगों की तादाद पिछले कुछ सालों में बढ़ी है, जो कॉस्मेटिक सर्जरी के जरिए अपने चेहरे और नैन-नक्श दुरुस्त कराकर आकर्षक दिखना चाहते हैं। सुंदरता की चाहत सिर्फ महिलाओं में ही नहीं, बल्कि पुरुषों में भी यह शौक तेजी से बढ़ रहा है।

हिंदी फिल्मों के कलाकार तो अपनी खूबसूरती निखारने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल पहले से करते आ रहे हैं। अभिनेत्री कंगना रनौत, ऐश्वर्य राय बच्चन, श्रीदेवी, हेमा मालिनी जैसी अभिनेत्रियों के नाम शामिल जगजाहिर हैं। लेकिन सर्जरी कराने वाला कोई भी शख्स इसे स्वीकार नहीं करता। कंगना ने ‘लाइफ इन अ मेट्रो’ (2007) की रिलीज के बाद कथित तौर पर लिप जॉब (होंठों की सर्जरी) कराया था। लिहाजा उनके लुक में बदलाव आया है। अनुष्का शर्मा का नाम भी इस सूची में शामिल है।

1994 में विश्वसुंदरी का खिताब जीत चुकीं ऐश्वर्य रॉय ने कथित तौर पर लिप सर्जरी करवाई है। कई मीडिया रपटों में यह भी कहा गया है कि उन्होंने चिक्स इम्प्लांट और जॉ लाइन सर्जरी भी करवाई है। आज हॉलीवुड में काम कर रहीं, प्रियंका चोपड़ा ने जब बॉलीवुड में कदम रखा, तो उन्हें लगा था कि उनकी सुंदरता में कुछ कमी है। उन्होंने कॉस्मेटिक सर्जरी के जरिए अपनी नाक को ट्रिम कराया और वह बॉलीवुड की अ-लिस्टर एक्ट्रेस में शुमार हो गईं।

करिश्मा कपूर ने भी फिल्म ‘राजा हिन्दुस्तानी’ से पहले कथित तौर पर फेस लिफ्ट और नाक की सर्जरी करवाई थी। बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी भी कभी डस्की ब्यूटी हुआ करती थीं। शुरुआती दिनों में उनके सांवलेपन के कारण उन्हें फिल्में नहीं मिल रही थीं। उन्होंने गोरी त्वचा पाने के लिए स्किन ट्रीटमेंट लिया है और बाद के सालों में उन्होंने फेस लिफ्ट सर्जरी तक करवाई।

तमिल स्टार कमल हासन की बेटी श्रुति हासन भी कॉस्मेटिक सर्जरी के दौर से गुजर चुकी हैं। वह इस बात को स्वीकारने में परहेज नहीं करतीं कि बॉलीवुड में प्रवेश से पहले उन्होंने अपनी नाक की सर्जरी कराई थी।

वायुसेना में एयर मार्शल रह चुके और इस समय फोर्टिस अस्पताल में कॉस्मेटिक सर्जन अनिल बहल ने आईएएनएस से कहा, “कॉस्मेटिक सर्जरी कराने वालों की तादाद भविष्य में काफी बढ़ेगी, क्योंकि आजकल हर क्षेत्र में प्रतियोगिता है।”  उन्होंने कहा, “आज नौकरी पाने के लिए भी सुंदरता की जरूरत पड़ती है, क्योंकि हर जगह आपका लुक पहले देखा जाता है। नर्स उसी बच्चे को ज्यादा देखभाल करती है, जो सुंदर होता है। सुंदरता बहुत जरूरी है, लिहाजा भविष्य में इसकी मांग बढ़ना तय है।”

गाजियाबाद में निजी क्लीनिक चलाने वाले त्वचा विशेषज्ञ डॉ. अनुज त्यागी भी इससे सहमत हैं। उन्होंने आईएएनएस से कहा, “इसका भविष्य काफी अच्छा है। क्योंकि हर कोई सुंदरता के प्रति सतर्क है।” दरअसल, चेहरा मनुष्य के व्यक्तित्व का आईना होता है। उम्र, चोट अथवा बीमारी के कारण यदि चेहरा बदसूरत दिखने लगे तो कॉस्मेटिक सर्जरी वरदान के रूप में सामने आती है।

डॉ. बहल कहते हैं कि कास्मेटिक सर्जरी कई तरह के लोग कराते हैं। वह कहते हैं, “कुछ लोगों में जन्मजात डिफेक्ट होता है और वे खुद को सामान्य दिखाने के लिए सर्जरी कराते हैं। युवा लड़के और लड़कियां अच्छा दिखने के लिए छोटे-मोटे डिफेक्ट साफ कराना चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो 60-70 साल के होने पर भी खुद को फिट समझते हैं और अंदर की फिटनेस के साथ बाहर की खूबसूरती दिखाने के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी कराते हैं। इसके अलावा ऑफिस जाने वाले या विद्यार्थी भी कॉस्मेटिक सर्जरी का सहारा लेने लगे हैं।

डॉ. बहल कहते हैं कि उनके पास छोटे, युवा, बुजुर्ग हर उम्र के लोग सर्जरी के लिए आते हैं, जिनमें 20-30, 45-55 वर्ष आयु के बीच के लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा, “हमारे 100 में से 60 प्रतिशत मरीज सामान्य दिखने के लिए सर्जरी कराते हैं। इनमें से कुछ अपनी खूबसूरती वापस पाने के लिए इस सर्जरी का इस्तेमाल करते हैं।” लोगों में अक्सर गोरी त्वचा पाने की इच्छा होती है, क्योंकि गोरा रंग सांवले व्यक्ति की तुलना में अधिक आकर्षक दिखता है।

डॉ. बहल ने कहा, “इसके लिए भी सर्जरी होती है। इसका आसान तरीका है मृत त्वचा निकालना। इसके लिए अलग-अलग तरह से सर्जरी कराई जाती है।” लेकिन डॉ. त्यागी इस बारे में कहते हैं कि त्वचा के प्राकृतिक रंग में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं कर सकते, लेकिन उसे ग्लोइंग बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा, “डर्मेटोसर्जरी में कुछ डर्मो विजन होते हैं, जो तुरंत ग्लो के लिए हम करते हैं।”

कॉस्मेटिक सर्जरी का सहारा हर कोई नहीं ले सकता। डॉ. बहल कहते हैं,”सबसे पहले मरीज मानसिक रूप से स्थिर हो, उम्मीदें वास्तिक होनी चाहिए। मरीज के पास और कोई न हो, ऐसे मरीज का ऑपरेशन नहीं किया जाता, जिसे कोई चिकित्सा संबंधी समस्या हो।”

उन्होंने कहा कि झुर्रियां, दाग-धब्बों से रहित त्वचा पाने के लिए सर्जरी होती है, इसलिए इसमें उम्र की कोई सीमा नहीं है। किशोर वय के लोग पिंपल्स, कील-मुंहासे और दाग-धब्बों से निजात पाने के लिए सर्जरी कराते हैं, वहीं 25 से 30 साल की उम्र के लोग शादी को ध्यान में रखते हुए स्किन टाइटनिंग और गोरेपन का इलाज लेते हैं।

डॉ. त्यागी कहते हैं, “सुंदरता के लिए सर्जरी से पहले हम देखते हैं कि मरीज को समस्या क्या है? हम ट्रांसप्लांट करते हैं, वह भी कॉस्मेटिक सर्जरी ही है। हम लेजर करते हैं। यह स्किन टाइटनिंग के लिए होता है। लेजर हेयर रिमूवल के लिए होता है, लेजर दाग-धब्बों को खत्म करने के लिए होता है।” कॉस्मेटिक सर्जरी क्या सचमुच सौंदर्य बढ़ाने में कारगर है? डॉ. त्यागी ने कहना, “हां, बिल्कुल यह सौंदर्य बढ़ाने में मददगार है, तभी सफल है।”

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तेजी से बढ़ रही है दिल की बीमारियों के चलते मौत, करें ये उपाय

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Death due to heart diseases increasing

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नई दिल्ली। भारत में दिल की बीमारियों के कारण होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हाई कॉलेस्ट्रॉल, धूम्रपान एवं आनुवंशिक कारणों से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ रही है। दक्षिण-पूर्वी एशियाई आबादी में आनुवंशिक रूप से दिल की बीमारियों की संभावना अधिक होती है। दिल को सुरक्षित रखने के लिए कुछ उपाय हैं, जिसे अपनाकर आप दिल की बीमारियों से दूर रह सकते हैं।

सेहतमंद आहार लें

संतुलित और सेहतमंद आहार का सेवन करने से शरीर को सही पोषण मिलता है। जंक फूड में फैट, नमक और चीनी बहुत अधिक मात्रा में होती है, जो समय के साथ हमारे दिल को बीमार बना देती है। अक्सर लोग बिना सोचे समझे प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं क्योंकि उन्हें यह बहुत आसान लगता है, लेकिन इस तरह का भोजन हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। हमारे आहार में पर्याप्त मात्रा में कैलोरीज, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल और लो सैचुरेटेड फैट होने चाहिए।

गतिहीन जीवनशैली से बचें

बहुत से लोग नियमित रूप से व्यायाम नहीं करते। आज हममें से लाखों लोग ऐसी नौकरियां करते हैं, जिसके लिए उन्हें घंटों एक ही जगह पर बैठे रहना पड़ता है। व्यायाम की कमी व्यक्ति के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है। यह मोटापे को जन्म देती है, जिसके कारण व्यक्ति धीरे धीरे डायबिटीज, हाइपरटेंशन और दिल की बीमारियों का शिकार बन जाता है।

शारीरिक रूप से सक्रिय

व्यायाम दिल को तंदुरुस्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कार्डियो व्यायाम से दिल की पम्प करने की क्षमता बढ़ती है और दिल की मांसपेशियां तंदुरुस्त बन जाती हैं। नियमित व्यायाम करने से रक्तचाप नियन्त्रण में रहता है, शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल कम होते हैं और ब्लड शुगर भी नियन्त्रित रहती है।

तनाव से बचें

तनाव आज हम सभी के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है, खासतौर पर ज्यादातर शहरी लोग अपने काम को लेकर तनाव में रहते हैं। जब आपका शरीर तनाव में रहता है, तो इसका असर शरीर के हर अंग पर पड़ता है। तनाव के समय शरीर में एड्रिनलिन हॉर्मोन ज्यादा मात्रा में बनने लगता है, अगर ऐसा नियमित रूप से होने लगे तो दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।

अच्छी और गहरी नींद

समय की कमी के कारण बहुत से लोग अपनी नींद को कम कर काम करने लगते हैं। वे अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नींद से समझौता करते हैं जो सेहत के लिए खास तौर पर दिल के लिए खतरनाक है। 7-8 घंटे से कम नींद लेने से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।

धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें

धूम्रपान और शराब का सेवन किसी भी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। आजकल विकासशील देशों में धूम्रपान का चलन तेजी से बढ़ रहा है। जो दिल के लिए नुकसानदायक है। यहां तक कि अगर आपके आस-पास कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है तो वह भी आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं। धूम्रपान छोड़ने के लिए परिवार और दोस्तों के सहयोग की जरूरत होती है। इसकी आदत छोड़ने के लिए निकोटीन पैच या ई-सिगरेट का इस्तेमाल किया जा सकता है।

नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच

नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच कराकर आप दिल की बीमारियों के खतरे से बच सकते हैं। क्योंकि ऐसा करने से अगर आपको कोई समस्या है तो समय पर उसका निदान हो जाएगा और समय रहते इलाज शुरू कर बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकेगा। इसलिए नियमित रूप से अपनी जांच करवाते रहें और अपने स्वास्थ्य को मॉनिटर करते रहें।

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डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी एक सूचना मात्र है. अपनाने से पहले सम्बंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.

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