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नेशनल

उप्र का सीएम बनने के बाद योगी का संसद में पहला भाषण

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मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश, प्रधानमंत्री मोदी, आदित्यनाथ योगी

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मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश, प्रधानमंत्री मोदी, आदित्यनाथ योगी

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद आदित्यनाथ योगी ने मंगलवार को लोकसभा में पहली बार भाषण दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार गरीबों के लिए काम करने वाली सरकार है। यह सरकार जाति, धर्म देखे बिना विकास कर रही है।

यूपी सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री मोदी के सपनों का प्रदेश होगा। उन्होंने कहा कि पहले पूर्वांचल के विकास के लिए हमारी बातें नहीं सुनी जाती थी। पूर्वी यूपी बुरी तरह से पिछड़ा हुआ था। गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि पिछले तीन साल में देश की अर्थव्यवस्था काफी तेजी से बढ़ी है।

आदित्यनाथ योगी ने आगे कहा कि विकास का ढांचा कैसा होना चाहिए आज दुनिया भारत से सीखती है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में उत्तर प्रदेश में 300 से ज्यादा दंगे हुए लेकिन हमनें पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं होने दिया।

केंद्र सरकार की जनधन योजना को आदित्यनाथ योगी ने गरीबों की योजना बताई। इसके अलावा अपने भाषण में उन्होंने पीएम द्वारा नवंबर में की गई नोटबंदी की भी सराहना की।

योगी आदित्यनाथ ने यूपी की पूर्व सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली यूपी सरकारों ने केंद्र सरकार के द्वारा दिए गए फंड का पूरी तरह से उपयोग नहीं किया। उत्तर प्रदेश को केंद्र सरकार ने पिछले दो सालों में 2.5 लाख करोड़ रुपए दिए, लेकिन मात्र 78 हजार करोड़ ही रुपए खर्च हो पाए।

योगी ने कहा, ‘मैं पहली बार जब चुनकर आया था, उस समय गोरखपुर की स्थिति ऐसी थी कि उर्वरक मंत्री सुरजीत सिंह बरनाला के पास गया तो उन्होंने तीन बार पूछा कि क्या आप गोरखपुर से ही चुनकर आए हैं? इसके बाद मैंने कहा कि आप ऐसा क्यों पूछ रहे हैं?

सुरजीत सिंह बरनाला ने बताया कि एक बार मैं वहां सभा के लिए गया था। लेकिन वहां बम चलने लगे और फिर मैं नहीं गया। यूपी सीएम ने कहा कि मुझे दुख हुआ कि गोरखपुर के बारे में ऐसी धारणा है। गोरखपुर के बारे में 1998 में जो बातें सुनने को मिलती थीं, लेकिन 15 साल में हमने किसी एक व्यापारी को गुंडा टैक्स नहीं देने दिया।

पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए आदित्यनाथ ने बताया कि 26 साल से गोरखपुर का फर्टिलाइजर प्लांट बंद था। उस कारखाने का प्रधानमंत्री मोदीजी ने पिछले साल शिलान्यास किया है। इसके अलावा पीएम ने गोरखपुर को एम्स भी दिया।

योगी ने एक ओर पीएम की लोक कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया, वहीं अपनी राहुल और अखिलेश की उम्र का जिक्र कर तंज भी कसा। योगी ने मल्लिकार्जुन खड़गे पर चुटकी लेते हुए कहा कि यूपी में बहुत कुछ बंद होने जा रहा है। योगी ने कहा कि मैं राहुल जी से एक साल छोटा और अखिलेश यादव से एक साल बड़ा हूं। मैं इन दोनों के बीच में आ गया इसीलिए शायद आपको ऐसा परिणाम मिला।

आदित्यनाथ ने बजट सत्र के दौरान लोकसभा में बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार ढाई साल के भीतर ही देश में सुशासन और विकास की स्थापना में सफल हुई है। योगी ने कहा, ‘2014 में इस सरकार के सामने विपरीत परिस्थितियां थीं।

पिछले 3 साल के दौरान मोदी सरकार विकास दर को 8 से 8.5 फीसदी तक लेकर आई।’ योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी का नेतृत्व आज पूरी दुनिया के लिए लिए मिसाल बना हुआ और दुनिया भर के लोकतंत्रों में चुनाव के दौरान इसकी चर्चा होती है।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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