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प्रादेशिक

अकाली नेताओं का अहंकार हार की वजह : सिद्धू

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क्रिकेटर से राजनेता, नवजोत सिंह सिद्धू, शिरोमणि अकाली दल, भाजपा, कांग्रेस

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चंडीगढ़ | क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस की पंजाब विधानसभा चुनावों में जीत पार्टी का ‘पुनरुत्थान’ है। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल की हार के लिए इसके नेतृत्व के ‘अहंकार और राज्य की निधि को व्यक्तिगत संपत्ति में बदलने’ को जिम्मेदार ठहराया। सिद्धू ने कहा, “यह कांग्रेस का पुनरुत्थान है, यह सिर्फ अभी शुरुआत है। यहां से कांग्रेस पुनर्जीवित होगी, पंजाब से ऊर्जा लेगी और पूरे देश में फैलेगी।”

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सिद्धू बीते साल भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। सिद्धू ने कहा, ” यदि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और अकाली हारे हैं तो पंजाब में राजनीति को व्यापार बनाने की वजह से हारे हैं। उन्होंने पंजाब की निधि को अपनी व्यक्तिगत संपत्ति मान लिया था। वे अहंकार से भर गए थे, लेकिन वे आज खत्म हो गए।”

पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी ने कहा, “अकाली दल-भाजपा गठबंधन ने पंजाब के खजाने को लूटा है और यह पंजाब के गर्व को फिर से स्थापित करने और खजाने को बहाल करने की लड़ाई है।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए सिद्धू ने कहा, “केजरीवाल की मंशा गलत थी। यह उनके लिए बड़ी हार है। सच्चाई की कभी हार नहीं होती।”

सिद्धू ने चुनावों में जीत का श्रेय पार्टी के कार्यकर्ताओं को दिया।

सिद्धू ने कहा, “यह मेरा कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से वादा है कि हम राज्य के पुनरुत्थान के लिए बहुत परिश्रम करेंगे और दूसरो के लिए इसे उदाहरण बनाएंगे।”

 

उत्तर प्रदेश

हरदोई में 16 बार चुनाव लड़ा, हर बार मिली हार, फिर से मैदान में उतरे शिवकुमार

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हरदोई। देश भर में चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है और ऐसे में हरदोई में भी चुनाव की गरमा गरमी अब खूब देखने को मिल रही है। यहां पर एक ऐसे प्रत्याशी भी है जो 17 वी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अब तक कुल 16 बार चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उन्हें आजतक किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिली है। इनका नाम है शिवकुमार और यह शहर कोतवाली क्षेत्र के मन्नापुरवा के रहने वाले है।

इनका कहना है कि वह हारने के बाद भी वह चुनाव लड़ते रहेंगे क्योंकि जनता उनका सम्मान बरकरार रखती है। उन्होंने कहा कि इस बार अगर वह जीतते हैं तो लोकसभा क्षेत्र के लोगों की हर समस्या के समय उनके साथ खड़े रहेंगे और उनका सहयोग करेंगे। शिवकुमार ने प्रत्येक बार निर्दलीय होकर चुनाव लड़ा है।

शिवकुमार ने 3 प्रधानी के चुनाव 3 जिला पंचायत के साथ 7 चुनाव विधानसभा और अब तक 3 चुनाव दिल्ली वाले यानी लोकसभा ले लड़े है और अब वह चौथी बार 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि उनके मुद्दे क्या है अगर वह बता देंगे तो लोग नकल कर लेंगे।

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